मोदी साईंबाबा समाधि शताब्दी के समारोह में हुए शामिल
अहमदनगर, 19 अक्टूबर (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को साईंबाबा समाधि शताब्दी के समापन समारोह में भाग लिया और विभिन्न विकास कार्यो की आधारशिला रखी। शिरडी में नवनिर्मित हवाईअड्डे पर सुबह पहुंचने के बाद मोदी श्री साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट (एसएसएसटी) के लिए उड़ान भरी और मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की। उन्होंने लेंदीबाग में विशेष ध्वज फहराया और सालभर चलने वाले समारोह के लिए एक चांदी का सिक्का जारी किया। इस समारोह में भारत व विदेश से एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु भाग लेंगे।
साईंबाबा का निधन अहमदनगर जिले के शिरडी गांव में सौ साल पहले दशहरा के दिन 1918 में हुआ था।
एसएसएसटी के अध्यक्ष सुरेश हवारे ने कहा कि समाधि के शताब्दी वर्ष के हिस्से के तौर पर श्री साईंबाबा संस्थान ट्रस्ट (एसएसएसटी) तीर्थयात्रियों के लिए एक नए भवन परिसर का निर्माण करेगा।
इसमें एक बड़ा शिक्षा केंद्र, जिसमें स्कूल व कॉलेज भी शामिल होंगे। इसकी लागत करीब 159 करोड़ आएगी। इसमें एक प्लेटेरियम, एक मोम संग्रहालय, एक साईं गार्डन व एक थीम पार्क भी होगा, जिसकी लागत 166 करोड़ रुपये आएगी।
इस परिसर में एक लेसर साउंड लाइट शो व 10 मेगावाट का सौर ऊर्जा संयंत्र शामिल होगा, जिसकी लागत 39 करोड़ रुपये होगी।
साईंबाबा के योगदान को याद करते हुए मोदी ने कहा कि उनकी शिक्षा हमें एकसंगठित समाज का निर्माण करने और मानवता की प्यार व करुणा से सेवा का मंत्र देता है।
मोदी ने कहा, “मुझे प्रसन्नता है कि साईंबाबा के दिखाए रास्ते पर श्री साईंबाबा संस्थान, ट्रस्ट निरंतर समाज की सेवा कर रहा है। शिक्षा के माध्यम से समाज को सशक्त कर रहा है और अध्यात्म के जरिए सोच में बदलाव आ रहा है।”
मोदी ने कहा, “मैंने श्री साईंबाबा के दर्शन के बाद से काफी शांति महसूस की है। उनके श्रद्धा व सबूरी के संदेश पूरी मानवता के लिए प्रेरणादायक हैं। हम शिरडी में सभी धर्मो का विशेष समागम देख सकते हैं। सभी धर्मो के लोग श्री साईंबाबा की प्रार्थना कर रहे हैं।”
मोदी ने आगंतुक पुस्तिका में लिखा, “उनका महामंत्र ‘सबका मालिक एक’ वैश्विक शांति के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है..मैं उनके चरणों में शीश झुकाता हूं।”
इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.वी.राव व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस व विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागड़े, एसएसएसटी के ट्रस्टी व दूसरे गणमान्य लोग मौजूद रहे।