एयरटेल दिल्ली हाफ मैराथन में प्रदूषक तत्वों को कम करने पर जोर
नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)| राजधानी में 21 अक्टूबर को होने जा रहे विश्व की सबसे प्रतिष्ठित हाफ मैराथनों में से एक- एयरटेल दिल्ली हाफ मैराथन में इस बार प्रदूषक तत्वों को कम करने पर जोर दिया गया है। एयरटेल दिल्ली हाफ मैराथन के आयोजक प्रोकैम इंटरनेशनल ने मंगलवार को एक संवाददाता में इसकी जानकारी दी। दो लाख 80 हजार डॉलर की ईनामी राशि वाली यह मैराथन पांच वर्गो में आयोजित किया जा रहा है। इनमें हाथ मैराथन (एलीट एमेच्योर), ग्रेट दिल्ली रन, 10 किलोमीटर रन, सीनियर सिटीजन और चैम्पियंस विथ डिसएबिलीटी शामिल हैं। इसमें कुल 35,000 से ज्यादा लोगों के हिस्से लेने की संभावना है।
आयोजनकर्ताओं ने बताया कि मैराथन के 11वें संस्करण में इस बार हवा में प्रदूषक तत्वों को कम करने की तकनीक का इस्तेमाल किया जायेगा। उन्होंने कहा कि रेस के दौरान विभिन्न स्थानों पर स्पाटर्स लगाये जायेंगे जो यह बताएंगे कि किन प्रतिभागियों को चिकित्सा सुविधा की जरूरत है।
गौरतलब है कि वायु प्रदूषण को लेकर आयोजनकर्ताओं को पिछली बार आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। इसी वजह से उन्होंने इस बार रेस के दौरान अल्ट्रा हाइ फ्रीक्वेंसी (यूएचएफ) रेडियो पल्स का इस्तेमाल करने का फैसला किया है।
प्रतिभागियों को वायु प्रदूषण से बचाने के लिए पूरे मार्ग पर यूएचएफ रेडियो पल्स का प्रयोग किया जायेगा। आयोजक प्रोकैम इंटरनेशनल डेविक अर्थ और प्यूर स्काइज से भी संपर्क में हैं। रेस के दौरान पहली बार डेविक अर्थ स्क्रिस प्रणाली का इस्तेमाल किया जाएगा। इन तकनीकों से हवा में कार्बन डाइआक्साइड, नाइट्रोजन आक्साइड, सल्फर डाइआक्साइड दस माइक्रोन से भी कम की जा सकती है ।
रेस के दौरान मैक्स हेल्थकेयर अपनी सेवाएं देगा। मैराथन वाले दिन छह मेडिकल स्टेशन बनाए जाएंगे जिनमें 75 डाक्टरों और नर्सों की टीम पूरे मार्ग पर मौजूद रहेंगी।
रेस की शुरुआत सुबह छह बजकर 30 मिनट से जवहार लाल नेहरू स्टेडियम से शुरू होंगी और इसका स्टार स्पोर्ट्स-2 पर इसका सीधा प्रसारण किया जाएगा।