रेड डी हिमालया में पदार्पण करेगी बीआरओ की टीम
लेह, 8 अक्टूबर (आईएएनएस)| भारत के जाने-माने रैली चालकों को रेड डे हिमालया के 20वें संस्करण में कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ेगा क्योंकि बॉर्डर रोड्स ऑग्र्नाइजेशन (बीआरओ) इस बार इस रैली में अपना दमखम दिखाने को तैयार है। बीआरओ के जवान पहली बार इस रैली में हिस्सा लेंगे। करगिल में प्रोजेक्ट विजयक का हिस्सा रहे बीआरओ के कर्नल प्रदीप शर्मा सेना की इस टीम की अगुआई करेंगे, जिसमें उनका साथ उत्तराखंड के संजय राठी देंगे। प्रोजेक्ट हिराक से जुड़े संजय, प्रदीप के नेवीगेटर होंगे।
यह दोनों डायरेक्टर जनरल बॉर्डर रोड्स (डीजीबीआर) टीम का प्रतिनिधित्व करेंगे। यह आर्मी के अंदर का वह संगठन है जो ऊंची जगह और खराब मौसम में भी सड़कों को बनाने और उन्हें ठीक करने का काम करता है।
कर्नल शर्मा ने कहा, “हम इस बार रेड में शिरकत डीजीबीआर, लेफ्टीनेंट जनरल हरपाल सिंह के कहने पर कर रहे हैं, जिनका मानना है कि हम देश के सर्वश्रेष्ठ प्रतिस्पर्धियों को हमारी ही सड़कों पर रेड एक्सट्रीम जैसी मुश्किल कटेगरी में चुनौती दे सकते हैं।”
प्रसिद्ध रेड डे हिमालया रैली सोमवार से वाहनों की जांच के साथ शुरू हो चुकी है। रेसिंग की शुरुआत हालांकि 10 अक्टूबर से होगी जो 14 अक्टूबर तक चलेगी। यह रैली करगिल, जांस्कार और लद्दाख से होकर गुजरेगी।
कर्नल प्रदीप शर्मा को सेना ने अति विशिष्ट सेवा मेडल और विशिष्ट सेवा मेडल देकर सम्मानित किया है। यह अवार्ड बेहतरीन सेवा और देश की सेवा करते हुए कई बड़ी उपलब्धियां हासिल करने के लिए दिया जाता है।
कर्नल शर्मा ने कहा कि इस रैली में हिस्सा लेना का मुख्य मकसद उनके द्वारा बनाई गई सड़कों के बारे में लोगों से फीडबैक लेना है। उन्होंने कहा, “हम सड़क बनाने के मामले में चैम्पियन हैं। हम मुश्किल से मुश्किल हालात का सामना करना चाहते हैं और चैम्पियन ड्राइवरों से फीडबैक लेना चाहते हैं साथ ही यह पूछना चाहते हैं कि इन सड़कों को और बेहतर कैसे बनाया जाए।”
कर्नल शर्मा ने बताया कि बीआरओ जोजिला पास को हर साल खोलता है जो लद्दाख की लाइफलाइन है। उन्होंने कहा, “हम इस पास को मुश्किल हालात में भी खोलते हैं, ताकि आम लोगों के ट्रैफिक मुमकिन हो सके। इसी तरह हम जम्मू एवं कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पूर्वोत्तर में भी मुश्किल से मुश्किल पासों (दर्रो) को खोलते हैं। हमारे आदमी 5,500 मीटर से ज्यादा ऊंची स्थिति में काम करते हैं। उन स्थितियों में जिनके बारे में आम आदमी सोच भी नहीं सकता। पंजाब और राजस्थान की बॉडर्र सड़कों को भी बीआरओ ने बनाया है।”
कर्नल शर्मा ने कहा, “हमारे डायरेक्टर लेफ्टीनेंट जनरल हरपाल सिंह हमारे विभाग की पहचान मुश्किल से मुश्किल जगह बनाना चाहते हैं।”
हिमालयन मोटरस्पोर्ट के अध्यक्ष और रेड डे हिमालया के आयोजक विजय परमार ने बीआरओ के आयोजन में हिस्सा लेने पर कहा, “बीआरओ रेड डे हिमालया में सन 1999 से अहम रोल निभा रहा है लेकिन अभी तक अनजान रहा है। 1999 में हमने रैली की शुरुआत की थी। यह समर्थन हमेशा से सर्वोपरि रहा है। इस साल वह टीम उतारने को तैयार हैं और हम उनकी टीम का स्वागत करते हैं।”
आर्मी की टीम रेड-2018 में अपनी शानदार मौजूदगी दर्ज कराने तैयार है। इनकी टीम रेड एक्सट्रीम (4 गुणा 4), रेड एडवेंचर (टाइम-स्पीड-डिस्टेंस प्रारूप), और तीन टीम रेड एडवेंचर (टाइम-स्पीड-डिस्टेंस प्रारूप) में हिस्सा ले रही हैं। रेड एडवेंचर में एक प्रतिभागी मेजर रेणुका हैं जो एक महिला अधिकारी हैं।