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राजकोट टेस्ट : शॉ, पुजारा, कोहली के दम पर भारत मजबूत

राजकोट, 4 अक्टूबर (आईएएनएस)| अपने पहले ही टेस्ट मैच में शतक लगाने वाले पृथ्वी शॉ (132), चेतेश्वर पुजारा (86) और कप्तान विराट कोहली (नाबाद 72) की शानदार पारियों के दम पर भारतीय क्रिकेट टीम ने गुरुवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ जारी पहले टेस्ट मैच के पहले दिन स्टम्प्स तक अपनी पहली पारी में चार विकेट के नुकसान पर 364 रनों का मजबूत स्कोर बना लिया है।

सौराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम में जारी इस मैच में कोहली के साथ ऋषभ पंत 17 रन बनाकर नाबाद लौटे।

टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने लोकेश राहुल के रूप में पहले ओवर की आखिरी गेंद पर ही अपना पहला विकेट गंवा दिया। उन्हें शेनन गेब्रिएल ने खाता खोलने का मौका दिए बगैर पगबाधा आउट किया।

राहुल के आउट होने के बाद 18 वर्षीय बल्लेबाज शॉ ने पुजारा के साथ टीम की पारी को संभाला और दूसरे विकेट के लिए भोजनकाल तक टीम का स्कोर 133 रनों का स्कोर बनाया।

इसके बाद, दूसरे सत्र में भारत ने पुजारा और शॉ के रूप में दो विकेट गंवा दिए। इससे पहले, पुजारा और शॉ ने दोहरी शतकीय साझेदारी से टीम का स्कोर 232 तक पहुंचा दिया था।

इस सत्र में पृथ्वी ने अपने टेस्ट करियर का पहला शतक जड़ते हुए एक नई उपलब्धि अपने नाम की। वह पदार्पण मैच में शतक लगाने वाले चौथे सबसे युवा बल्लेबाज बन गए। इसके अलावा, वह भारत के 15वें बल्लेबाज हैं जिन्होंने अपने पहले टेस्ट मैच में शतक लगाया है।

इसके अलावा उन्होंने सबसे तेजी से पहला टेस्ट शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में तीसरा स्थान प्राप्त किया है। पृथ्वी ने 99 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। उनसे पहले शिखर धवन ने 2013 में मोहाली में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 85 गेंदों में शतक लगाया था, वहीं दूसरे स्थान पर शामिल ड्वेन स्मिथ ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2004 में 93 गेंदों में अपना पहला टेस्ट शतक जड़ा था।

केवल यहीं नहीं वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने करियर का पहला शतक जड़ने वाले दूसरे सबसे युवा बल्लेबाज हैं। इस सूची में सचिन तेंदुलकर का नाम पहले स्थान पर है। उन्होंने 17 साल और 112 दिन की उम्र में इंग्लैंड के खिलाफ 1990 में मैनचेस्टर में अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय शतक लगाया था। पृथ्वी ने 18 साल और 329 दिन की उम्र में करियर का पहला अंतर्राष्ट्रीय शतक लगाया है।

शॉ ने दूसरे सत्र में पुजारा के साथ 206 रनों की साझेदारी कर टीम का स्कोर 209 रनों तक पहुंचाया था लेकिन इसी स्कोर पर अपने टेस्ट करियर के पहले विकेट के रूप में शेरमान लेविस ने पुजारा को आउट कर भारत का दूसरा विकेट गिरा दिया।

पुजारा लेविस की गेंद पर विकेट के पीछे खड़े शॉन डॉवरिच के हाथों लपके गए। पुजारा ने 130 गेंदों का सामना कर 14 चौके लगाए। इसके कुछ देर बाद ही भारत को शॉ के रूप में अपना तीसरा विकेट भी गंवाना पड़ा।

शॉ को देवेंद्र बिशू ने अपनी ही गेंद पर कैच आउट कर पवेलियन का रास्ता दिखाया। मुंबई के बल्लेबाज शॉ ने 134 गेंदों का सामना करते हुए 19 चौके लगाए। इसके साथ ही दूसरा सत्र समाप्त हो गया।

तीसरे सत्र में कप्तान कोहली ने अजिंक्य रहाणे (41) के साथ टीम की पारी को संभाला। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 105 रनों की मजबूत शतकीय साझेदारी की और टीम को 300 के पार पहुंचाया लेकिन रॉस्टन चेस ने रहाणे को भी विकेट के पीछे डॉवरिच के हाथों कैच आउट करा इस साझेदारी को तोड़ दिया।

रहाणे 337 के स्कोर पर आउट होकर पवेलियन लौट गए। उनके बाद पंत ने कोहली के साथ टीम की पारी को आगे बढ़ाया और स्टम्प्स तक कोई और नुकसान किए बगैर टीम को 364 के स्कोर तक पहुंचाया। दोनों ने 27 पन जोड़ लिए हैं।

वेस्टइंडीज के लिए इस पारी में शेनन गेब्रिएल, शेरमान लेविस, रॉस चेस और देवेंद्र बीशू ने एक-एक विकेट लिए हैं।

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