राजकोट टेस्ट : शॉ करेंगे पदार्पण, भारत करेगा आस्ट्रेलिया दौरे की तैयारी
राजकोट, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)| एशिया कप-2018 में आराम करने के बाद मौजूदा दौर के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शुमार विराट कोहली एक बार फिर भारत की कप्तानी करने को तैयार हैं।
भारत को वेस्टइंडीज के साथ अपने घर में दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है, जिसकी शुरुआत गुरुवार से हो रही है। दोनों टीमें सीरीज के पहले मैच में सौराष्ट्र क्रिकेट संघ स्टेडियम में आमने-सामने होंगी। इस सीरीज को आगामी आस्ट्रेलिया दौरे की तैयारी के तौर पर ही देखा जा रहा है।
भारत ने इस मैच के लिए 12 सदस्यीय टीम का ऐलान कर दिया है जिसमें युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को सलामी बल्लेबाजी की जिम्मेदारी दी गई है। वह लोकेश राहुल के साथ पारी की शुरुआत करने आएंगे। मंयक अग्रवाल अंतिम-11 में जगह नहीं बना पाए हैं।
भारत ने अपनी परंपरा को तोड़ते हुए मैच से एक दिन पहले 12 सदस्यीय टीम का ऐलान किया है। अब देखना यह होगा कि कोहली किस एक खिलाड़ी को बाहर करते हैं। टीम प्रबंधन मैच से पहले इस बात पर चर्चा करेगा कि उसे तीन तेज गेंदबाजों के साथ खेलना है या तीन स्पिनरों के साथ।
हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या टीम में तीसरे तेज गेंदबाज की भूमिका निभाते थे लेकिन वह इस समय चोटिल हैं। ऐसे में टीम प्रबंधन तीन तेज गेंदबाजों- उमेश यादव, मोहम्मद शमी और शार्दूल ठाकुर को अंतिम-11 में शामिल कर सकता है।
वहीं अगर टीम प्रबंधन तीन स्पिनरों के साथ जाता है तो ठाकुर बाहर बैठ सकते हैं और रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव मैदान पर उतर सकते हैं।
इस मैच में सभी की नजरें देश को अंडर-19 विश्व कप का खिताब दिलाने वाले बल्लेबाज शॉ पर होंगी। उन्होंने लगातार घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है और टीम के भविष्य के रूप में उन्हें देखा जा रहा है।
तीसरे नंबर पर चेतेश्वर पुजारा और उनके बाद कोहली का आना तय है। अजिंक्य रहाणे के जिम्मे भी अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव होगा। हाल ही में इंग्लैंड दौरे में रहाणे अपनी चमक नहीं बिखेर पाए थे और इसलिए यह सीरीज उनके लिए फॉर्म में वापस लौटने का बेहतरीन मौका है, ताकि आस्ट्रेलिया दौरे के लिए वह अपनी दावेदारी को मजबूत कर सकें।
शॉ के अलावा इस मैच में विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत पर भी सभी की नजरें होंगी। पंत को इंग्लैंड में मौके दिए गए थे। वह हालांकि औसत प्रदर्शन ही कर पाए थे।
वहीं वेस्टइंडीज की बात की जाए तो उसके लिए यह सीरीज किसी कड़ी परीक्षा से कम नहीं है। वह हालांकि अपने घर में जुलाई में बांग्लादेश को 2-0 से हराकर इस सीरीज में आ रही है।
विंडीज के लिए भारत में आकर हालांकि अपने उस प्रदर्शन तो दोहराना आसान नहीं होगा। टीम की बल्लेबाजी क्रैग ब्रैथवेट के जिम्मे है जो इस टीम के सबसे अच्छे बल्लेबाज माने जाते हैं। भारतीय बोर्ड अध्यक्ष एकादश के खिलाफ सुनिल अम्बरीस ने शानदार पारी खेली थी। उनसे भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
शीर्ष क्रम में इन दोनों के अलावा शेमरन हाटमेयर और शेन डॉवरिच के जिम्मे भी काफी कुछ निर्भर करेगा। वहीं हरफनमौला खिलाड़ी रोस्टन चेस पर भी अपने आप का साबित करने की जिम्मेदारी होगी। चेस को वेस्टइंडीज के उभरते हुए खिलाड़ियों में गिना जाता है। उन्होंने बांग्लादेश सीरीज में गेंद और बल्ले दोनों से अच्छा प्रदर्शन किया था।
तेज गेंदबाजी में मेहमान टीम को एक झटका लगा है। दादी के देहांत के कारण केमरन रोच स्वदेश लौट गए हैं और इसलिए पहला टेस्ट मैच नहीं खेल पाएंगे। ऐस में कप्तान जेसन होल्डर को गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई करनी होगी। होल्डर किस संयोजन के साथ उतरते हैं यह देखना होगा।
उनके पास चेस और देवेंद्र विशू के रूप में दो स्पिनर हैं। होल्डर के साथ शेनन गेब्रिएल का खेलना तय है। तीसरे तेज गेंदबाज के तौर पर होल्डर जोमेल वारिकान को मौका दे सकते हैं। शेरमन लुइस को पदार्पण का मौका भी मिल सकता है।
टीमें :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), अंजिक्य रहाणे (उप-कप्तान), लोकेश राहुल, पृथ्वी शॉ, चेतेश्वर पुजारा, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, कुलदीप यादव, रवींद्र जडेजा, मोहम्मद शमी, उमेश यादव, शार्दूल ठाकुर।
वेस्टइंडीज : जेसन होल्डर (कप्तान), सुनील अम्बीरस, देवेंद्र बिशू, क्रैग ब्रैथवेट, रोस्टन चेस, शॉन डॉवरिच, शेनन गैब्रिएल, जाहमर हेमिल्टन, शिमरोन हेटमायेर, शाई होप, शेमरन लुइस, कीमो पॉल, केरन पावेल, जोमेल वारिकन।