प्राकृतिक गैस की कीमतों में वृद्धि ‘ईंधन लूट’ : कांग्रेस
नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)| कांग्रेस ने सोमवार को घरेलू प्राकृतिक गैसों में हालिया वृद्धि की तुलना ‘ईंधन लूट’ से की है और मांग करते हुए कहा कि केंद्र को लोगों को राहत प्रदान करने के लिए सीमा-शुल्क और उत्पाद शुल्क में कमी लानी चाहिए। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने यहां मीडिया से कहा, पहले पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि, और अब मोदी सरकार ने एलपीजी/सीएनजी की कीमतों में वृद्धि कर आम लोगों को काफी नुकसान पहुंचाया है। सरकार के ‘कर आतंक’ की वजह से ईंधन की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि ने आम लोगों के पॉकेट में आग लगा दी है।
उन्होंने कहा, प्राकृतिक गैस की कीमतों में 10 प्रतिशत की वृद्धि का सीएनजी, पीएनजी, यूरिया, खाद व बिजली पर जबरदस्त प्रभाव पड़ेगा, जिससे परिवहन, बिजली व खाद्य की कीमतों में बढ़ोतरी होगी।
सरकार ने शुक्रवार को घरेलू प्राकृतिक गैस की कीमतों में 10 प्रतिशत की वृद्धि की घोषणा की थी।
खेड़ा ने कहा, मई 2014 से, मोदी सरकार ने केंद्रीय उत्पाद शुल्क में 12 बार वृद्धि की। पेट्रोल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क को 211 प्रतिशत बढ़ाया गया और डीजल पर 443 प्रतिशत बढ़ाया गया। सीमा शुल्क में कई तरह से बढ़ोतरी की गई। इस तरह से आम लोगों को धोखा देकर 12 लाख करोड़ रुपये की ईंधन लूट की गई। सरकार क्यों नहीं उत्पाद व सीमा शुल्क में कमी लाकर लोगों को 10-15 रुपये प्रति लीटर की राहत प्रदान करती है।
कांग्रेस नेता ने केंद्र से यह भी पूछा कि क्यों बीते 52 महीनों से पूर्ववर्ती संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन(संप्रग) सरकार की तुलना में कच्चे तेल की औसत कीमत 55 प्रतिशत कम होने के बावजूद पेट्रोल व डीजल की कीमतों में वृद्धि हो रही है।