विवेक तिवारी हत्याकांड : मंत्री जी हुए परिवार के गुस्से का शिकार, पत्नी ने कहा-1 करोड़ मुआवजा ही चाहिए
थोड़ी देर में होगा मृतक का अंतिम संस्कार, पीड़ित परिवार कर रहा सीबीआई जांच की मांग
लखनऊ। बीते कल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में तैनात पुलिस कॉन्स्टेबल प्रशांत चौधरी ने मल्टिनैशनल कंपनी ऐपल में कार्यरत विवेक तिवारी पर गोली चलाई, जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई थी। मृतक का अंतिम संस्कार अब कुछ देर में किया जाएगा। लखनऊ में जहां अंतिम संस्कार होना है वहां राज्य सरकार के मंत्री बृजेश पाठक और आशुतोष टंडन भी पहुंचे।
दोनो मंत्रियों ने मृतक के परिवार से बात करके उन्हें हर संभव मदद दिलाने का भरेसा देया है। बृजेश पाठक ने कहा कि दोषियों को इस मामले में कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। विवेक तिवारी की पत्नी लगातार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की बात कर रहीं हैं। इसपर उन्होंने कहा कि वो उनकी मुलाकात मुख्यमंत्री से करवाएंगे। बृजेश पाठक ने कहा कि सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है। दुख व्यक्त करते हुए योगी सरकार में मंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक में कराने की कोशिश करेंगे।
UP ministers Brajesh Pathak and Ashutosh Tandon meet family of #VivekTiwari in Lucknow pic.twitter.com/ESHqBpoeFe
— ANI UP (@ANINewsUP) September 30, 2018
वहीं, मृतक विवेक की पत्नी का कहना है कि 25 लाख मुआवजा कम हैं। विवेक परिवार में अकेले कमाने वाले थे, हमे एक करोड़ मुआवजा ही चाहिए, मुझे बच्चों के भविष्य की चिंता है। साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें न्याय चाहिए और उनकी बात योगी से करने को कहा। कल्पना और उनका परिवार इस पूरे हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने को लेकर अड़ा है।