कैवनॉग मामले की एफबीआई जांच के आदेश, नियुक्ति पर सीनेट में मतदान टला
वाशिंगटन, 29 सितंबर (आईएएनएस)| अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सुप्रीम कोर्ट के लिए उनके द्वारा नामित न्यायाधीश ब्रेट कैवनॉग के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के सिलसिले में शुक्रवार को एफबीआई जांच का आदेश दिया। इसके साथ ही कैवनॉग की नियुक्ति के अनुमोदन पर संशय पैदा हो गया है। अमेरिकी मीडिया की रपट के अनुसार, सीनेट की समिति ने अमेरिका की शीर्ष अदालत के लिए कैवनॉग की नियुक्ति के अनुमोदन के लिए शुक्रवार को मतदान किया। लेकिन सिर्फ एक रिपब्लिकन सदस्य ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया कि जांच होनी चाहिए।
इसके फलस्वरूप, कैवनॉग की नियुक्ति के अनुमोदन पर पूर्ण सीनेट का मतदान एक सप्ताह के लिए टाल दिया गया। उनके ऊपर 1980 में कैलिफोर्निया में मनोविज्ञान की प्रोफेसर किस्टीन ब्लेसी फोर्ड का यौन उत्पीड़न करने का आरोप है।
ट्रंप ने जारी बयान में कहा, मैंने एफबीआई को न्यायाधीश कैवनॉग मामले की जांच शुरू करने के आदेश दे दिए हैं। जैसा कि सीनेट ने आग्रह किया था कि यह जांच एक सप्ताह के भीतर पूरी होनी चाहिए।
ट्रंप की इस घोषणा से पहले सीनेट की न्यायिक समिति ने एक पत्र में कैवनॉग पर लगे आरोपों की जांच तेज करने की मांग की थी।
अमेरिकी समाचार चैनल सीएनएन के अनुसार, इस घटनाक्रम से जाहिर है कि जैसी उम्मीद की जा रही थी वैसे अगले सप्ताह की शुरुआत में पूरा सीनेट मतदान नहीं करेगा। कैवनॉग की नियुक्ति पर औपचारिक विचार करने के लिए शुक्रवार रात सदस्यों ने जो वोट किया, उससे सीनेट में बहुमत के नेता मिट्ज मैक्कोनेल को उनका विकल्प खुला रखने की अनुमति मिली।
अरिजोना के सीनेटर जेफ फ्लैक का विचार अंतिम क्षण में बदलने से नियुक्ति टाल दी गई। जांच के उनके प्रस्ताव को शीघ्र ही कई सीनेटरों का समर्थन मिल गया।
सीनेट की न्यायिक समिति ने सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश पद के लिए ट्रंप द्वारा नामित कैवनॉग की नियुक्ति को 11-10 के अंतर से मंजूरी प्रदान करने के बाद फ्लैक ने फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन से जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि वह इस शर्त पर मतदान करेंगे कि मामले की जांच हो। अगर उनकी मांग नहीं मानी जाएगी तो वह कैवनॉग के खिलाफ मतदान करेंगे।
अब कैवनॉग की नियुक्ति पर समूची सीनेट में मतदान होगा, जिसे जांच की वजह से एक सप्ताह के लिए टाल दिया गया है।
गौरतलब है कि क्रिस्टीन ब्लेसी फोर्ड नामक महिला ने कैवनॉग पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने किशोरावस्था के दौरान उनका यौन उत्पीड़न किया था।