IANS

कार्यकर्ता महाकुंभ में मोदी के निशाने पर रही कांग्रेस

भोपाल, 25 सितंबर (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा कार्यकर्ताओं के महाकुंभ में हिस्सा लेने मंगलवार को मध्यप्रदेश की राजधानी आए। उन्होंने एससी-एसटी एक्ट और राफेल सौदे पर सीधा-सीधा तो कुछ नहीं कहा, मगर इशारों में सफाई जरूर दी।

राफेल पर सवाल उठाने वाली मुख्य विपक्षी पार्टी उनके निशाने पर रही। मोदी ने कांग्रेस पर ‘वोट बैंक’ की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा कि वोट बैंक की राजनीति की दीमक ने देश को तबाह कर दिया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि आगामी चुनाव देश का भविष्य तय करने वाला है। भाजपा यह चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ेगी, जबकि कांग्रेस जातिवाद का जहर घोलकर सत्ता हथियाना चाहती है। भााजपा को धनबल, बाहुबल की से नहीं, जनबल से चुनाव जीतना है। कार्यकर्ता अभी से ‘हमारा बूथ सबसे मजबूत’ के संदेश को लेकर काम में जुट जाएं।

मोदी ने कांग्रेस पर जातिवादी राजनीति करने का आरोप लगाते हुए हुए कहा कि वोट बैंक की राजनीति ने देश को दीमक की तरह तबाह किया है, आजादी के 70 साल बाद भी देश में जो बर्बादी आई है, वह वोट बैंक की राजनीति का ही नतीजा है।

उन्होंने कहा कि कई दल समूहों को बांटकर सत्ता पाने का खेल खेलते थे। वे सबका कल्याण नहीं चाहते थे, बल्कि सिर्फ कुर्सी का रास्ता बनाते थे। ऐसे लोगों ने देश को छोटे-छोटे टुकड़ों में बांटने का काम किया है और सामाजिक ताने बाने का तहस-नहस कर दिया है।

कांग्रेस की बदहाली और सिकुड़ते जनाधार पर चुटकी लेते हुए मोदी ने कहा कि ऐसी पार्टी जो 125 साल पुरानी हो, जिसने 50-60 साल देश में राज किया हो, जिसके पास अनके पूर्व मंत्री, पूर्व राज्यपाल, पूर्व सांसद-विधायक हो, ऐसा क्या हुआ कि इतनी बड़ी को अब देश में सूक्ष्मदर्शी यंत्र लेकर निकलना पड़ता है, और देखना पड़ता है कि किसी कोने में बची है या नहीं बची है।

मोदी ने कांग्रेस नेताओं को आत्मचिंतन की सलाह देते हुए कहा, इस बात का आत्मचिंतन करो कि इतना बेहाल क्यों हुआ? ये इतनी पराजय के बाद भी सुधरने को तैयार नहीं हैं।

उन्होंने लोकसभा में कांग्रेस की सीटों की संख्या में आई गिरावट पर चुटकी लेते हुए कहा कि 440 से 44 सीटों पर आ गए, मगर उनका अहंकार अभी भी नहीं गया। साथ ही उन्होंने देश की सेवा करने का एक और मौका मांगा।

मोदी ने कहा, वर्ष 1984 में हमारी भी पराजय हुई थी, अटलजी समेत चुनाव हार गए थे, लेकिन हमने चुनाव हारने के बाद ईवीएम को गाली देकर चमड़ी बचाने का काम नहीं किया। पराजय के बाद संकल्प के साथ चले, देश की जनता को विश्वास दिलाया, और आज देश की जनता ने हम पर भरोसा किया। हार के बाद भी कांग्रेस आत्मचिंतन को तैयार नहीं है, 440 से 44 हो गए, इसका कारण अहंकार है। वे मानते हैं कि ये गद्दियां सिर्फ उनके लिए हैं।

मोदी ने कहा, अगला चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ा जाएगा, हमारी ताकत कार्यकर्ता हैं, चुनाव हमें धनबल, बाहुबल से नहीं, बल्कि जनबल से लड़ना है। वोट बैंक की राजनीति के लिए समाज में घोले जाने वाले जहर को रोकना होगा। तीन तलाक पर मुस्लिम बहनों से अन्याय होता है मगर वोट बैंक की राजनीति के लिए इस गंभीर मुद्दे पर भी उस दल का नजरिया अलग है, जिसकी मुखिया महिला है।

मोदी ने इशारों-इशारों में एससी-एसटी एक्ट संशोधन का जिक्र किए बिना कहा कि ‘सबका साथ-सबका विकास सिर्फ चुनावी नारा नहीं है, बल्कि भाजपा का मकसद समाज के सभी वर्गो का विकास करना है, यही कारण है कि समाज के सभी वर्गो के लिए योजनाएं बनाई गई हैं। समाज के वंचित तबके को उसका हक दिलाना है।

प्रधानमंत्री मोदी ने राफेल का जिक्र किए बिना कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि देश में गठबंधन में सफल न होने वाली देश की सबसे पुरानी पार्टी दुनिया के देशों से गठबंधन कर रही है। कांग्रेस के इस रवैए को देश के जागरूक नागरिकों को समझना होगा।

पं. दीन दयाल उपाध्याय की जयंती का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि ‘भाजपा ऐसा दल है जो एकात्म मानववाद को लेकर चलता है, ऐसा दल दुनिया में नहीं है जो मानवता की बात करता हो।’

मोदी ने आजादी के बाद के तीन महापुरुष हुए- महात्मा गांधी, राम मनोहर लोहिया और पंडित उपाध्याय स्वीकार्य हैं। भाजपा विश्वास और समन्वय की राजनीति में भरोसा है।

इस मौके पर पार्टी अध्यक्ष शाह ने कहा कि भाजपा के लिए देश की सुरक्षा पहले है न कि वोट बैंक। यही कारण है कि भाजपा देश से घुसपैठियों को निकालने के लिए वचनबद्ध है।

जम्बूरी मैदान में आयोजित कार्यकर्ता महाकुेभ को संबोधित करते हुए शाह ने असम के एनआरसी का जिक्र करते हुए कहा कि असम में सिटीजन रजिस्टर किया गया, जिसमें 40 लाख घुसपैठिए पाए गए, जिनका नाम मतदाता सूची से हटाया जाना है, मगर संसद में कांग्रेस ने कांव-कांव किया। इसके बावजूद भाजपा ने तय किया है कि वह घुसपैठियों को निकालकर रहेगी।

शाह ने कार्यकर्ताटों से आह्वान किया कि मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव से ऐसी हवा बनाएं जो अन्य राज्य के चुनाव में आंधी में बदले और उसे लोकसभा चुनाव में सुनामी में बदलना है।

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ पर करारा हमला बोला है, वहीं मोदी को भगवान का वरदान बताया।

चौहान ने कहा कि देश में जब मनमोहन और कमलनाथ की जोड़ी थी, तब मध्य प्रदेश के राष्टीय राजमार्गो में गड्ढे थे, सड़कों का पता ही नहीं था, मगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद राज्य के राष्ट्रीय राजमार्गो की हालत ही बदल गई।

चौहान ने प्रधानमंत्री को ‘भगवान का अवतार’ बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के प्रयासों से राज्य के हर वर्ग को लाभ हो रहा है, रेल लाइन को मंजूरी मिली है, किसानों को मुआवजा राशि मिली, सिंचाई की सुविधाएं बढ़ीं।

इस कुंभ में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से कार्यकर्ता आए थे। वहीं मंच पर तमाम केंद्रीय मंत्री थावर चंद गहलोत, नरेंद्र सिंह तोमर, उमा भारती के अलावा राज्य सरकार के मंत्री व प्रदेशाध्यक्ष राकेश सिंह भी मौजूद रहे।

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