स्टेंजा लिविंग ने 73 करोड़ रुपये निवेश जुटाए
नई दिल्ली, 25 सितम्बर (आईएएनएस)| स्टूडेंट को-लिविंग कंपनियों के बीच अपनी स्थिति को मजबूत बनाने के लिए स्टेंजा लिविंग ने सिकोइया इंडिया से 73 करोड़ रुपये (एक करोड़ डॉलर) का निवेश हासिल किया है।
कंपनी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। स्टेंजा लिविग ने एक बयान में कहा कि यह राशि नवंबर 2017 में मैट्रिक्स और एक्सेल पार्टनर्स से संस्थागत फंडिंग के पहले दौर में प्राप्त हुए 13 करोड़ रुपये (20 लाख डॉलर) के अतिरिक्त है। इस फंडिंग के प्राप्त होने के बाद, अब स्टेंजा लिविंग तकनीक, मानव संसाधन और संचालन के नेटवर्क के अपने तीन प्रमुख व्यावसायिक स्तंभों को मजबूत बनाने पर अपना ध्यान केंद्रित करेगी।
बयान में कहा गया है कि स्टेंजा लिविंग के कारोबार का प्रमुख आधार टेक्नोलॉजी है और यही चीज कंपनी को दूसरों से अलग बनाती है।
कंपनी के प्रबंध निदेशक और सह-संस्थापक अनिंद्य दत्ता ने कहा, भारत में स्टूडेंट हाउसिंग के क्षेत्र में बड़ी संभावनाएं मौजूद हैं, लेकिन यह क्षेत्र काफी हद तक असंगठित है। हम पेशेवर रूप से प्रबंधित को-लिविंग अनुभव प्रदान करते हुए इस सेगमेंट में ऐसा बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होगा। वर्तमान में हम दिल्ली-एनसीआर में 2000 पलंग की कुल क्षमता के साथ 15 से अधिक रेजिडेंस का संचालन कर रहे हैं।
कंपनी के सह-संस्थापक संदीप डालमिया का कहना है, बड़ी संख्या में वैश्विक निवेशक स्टेंजा लिविंग में निवेश कर रहे हैं, यह बात हमारे बिजनेस मॉडल पर निवेशक समुदाय के विश्वास को प्रदर्शित करती है।
सिकोइया कैपिटल इंडिया के प्रिंसिपल एडवाइजर आशीष अग्रवाल ने कहा, स्टेंजा की टीम और उनका कार्यान्वयन बेहद प्रभावशाली है। सिकोइया इंडिया भारत में छात्रों को गुणवत्तापूर्ण आवास प्रदान करने की उनकी सोच के साथ मिलकर उनके साथ साझेदारी करते हुए बेहद प्रसन्न है।
मैट्रिक्स इंडिया के निदेशक गौरव भट्टाचार्य का कहना है, हम पिछले 12 महीनों में स्टेंजा टीम की प्रगति को देखकर बहुत उत्साहित हैं। हमें लगता है कि उनके पास स्टूडेंट हाउसिंग स्पेस उपलब्ध कराते हुए एक बड़ी कंपनी खड़ी करने का एक अनूठा अवसर मौजूद है।