दृष्टिहीन इजराइली, भारतीय पर्वतारोहियों की किलिमंजारो पर फतह
मुंबई, 24 सितम्बर (आईएएनएस)| एक अनूठे एडवेंचर स्पोर्ट्स पहल के तहत करीब 13 दृष्टिहीन पर्वतारोहियों ने अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो की चढाई पूरी की। इसमें भारत और इजराइल के भी दृष्टिहीन पर्वतारोही शामिल थे।
सोमवार को आयोजकों ने जानकारी दी।
‘समिटिंग फॉर होप’ की संस्थापक अनुशा सुब्रमण्यम ने कहा कि ‘इंडियाज फर्स्ट इंक्ल्यूजिव क्लाइंब’ के नाम से इस पहल को आठ से 14 सितम्बर को आयोजित किया गया। 10 दृष्टिहीन पर्वतारियों के अलावा, इसमें दो दृष्टिहीन पर्वतारोही भारत से और एक इजराइल से था।
तंजानिया में स्थित किलिमंजारो पर्वत की ऊंचाई 5, 885 मीटर है। अनुशा ने कहा कि यह उनकी टीम के लिए एक अन्य बड़ी उपलब्धि है। इसके साथ ही यह ‘समिटिंग फॉर होप’ और ‘एडवेंचर्स बियोंड बेरियर्स फाउंडेशन (एबीबीएफ)’ के दिल के भी करीब है।
अनुशा ने कहा, इस उपलब्धि ने विकलांगता और रूढ़िवादी सोच के बारे में हमारे कठोर विचारों का पुनर्मूल्यांकन किया गया है।
किलिमंजारो पर्वत की चढाई करने वाले लोगों में इजराइल का 14 वर्षीय बाएपी डोनियो शामिल था। इसमें जर्मनी का एक शिक्षक और दो बच्चों की मां भी शामिल थी। साथ ही दो फिल्मकार और छह स्थानीय निवासियों के साथ तीन भारतीय भी थे।
एबीबीएफ देश की एकमात्र गैर-सरकारी संगठन है, जो विकलांग लोगों के साथ काम कर रही है। वह इन लोगों को अधिक से अधिक अवसर प्रदान करती है, जिसमें खेल संबंधी कार्य, मैराथन, साइकलिंग, स्कूबा डाइविंग, पैराग्लाइडिंग आदि शामिल हैं।