FRI : चीड़ के जंगल बन रहे हैं उत्तराखंड में पर्यावरण संरक्षण पर बड़ी मुसीबत
उत्तराखंड में चीड़ के जंगलों का क्षेत्रफल 3.9 लाख हे्क्टेयर तक पहुंच चुका है
फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट देहरादून ने राज्य सरकार को पर्यावरण संरक्षण से संबंधित एक विशेष रिपोर्ट सौंपी है। रिपोर्ट में इस बात का ज़िक्र किया है कि उत्तराखंड के वन क्षेत्र में चीड़ के जंगलों की संख्या बढ़ती जा रही है। इससे दूसरी वन वृक्ष प्रजातियों के अस्तित्व पर संकट मंडरा रहा है।
FRI की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तराखंड में चीड़ के जंगलों का का क्षेत्रफल 3.9 लाख हे्क्टेयर तक पहुंच चुका है। चीड़ के जंगलों के संख्या बढ़ने से वनों का संतुलन बिगड़ता जा रहा है।, जो पर्यावरण संरक्षण के लिए नुकसानदायक है।
उत्तराखंड सरकार ने हाल ही में चीड़ की पत्तियों की मदद से बिजली बनाकर युवाओं को नया रोजगार देने की योजना शुरू की है। लेकिन इस वृक्षों की बढ़ती संख्या को काबू में लाने के लिए इससे पहले भी वर्ष 2005 में राज्य सरकार ने चीड़ के वृक्ष लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया था। लेकिन इसके बावजूद इन पेड़ों की संख्या लगातार बढ़ती गई।
फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट की मदद से राज्य सरकार अब केन्द्र सरकार को एक प्रस्ताव भेजकर आरक्षित वन क्षेत्रों से चीड़ के कटान पर अनुमति की बात कर सकती है।