गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने के लिए उत्तराखंड विधानसभा में लिया गया संकल्प
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि गाय और गंगा के प्रति हमारी श्रद्धा रही है
केन्द्र सरकार से गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने के अनुरोध के लिए विधानसभा में ध्वनिमत से संकल्प पारित होने पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि गाय और गंगा के प्रति हमारी श्रद्धा रही है। इनका हमारे जीवन में विशेष महत्व है।
गौ, गंगा और गायत्री करोड़ों लोगों की आस्था और विश्वास का प्रतीक हैं। इसलिए उत्तराखंड विधानसभा में सर्वसम्मति से गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा देने का संकल्प लिया गया है।
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) September 19, 2018
उत्तराखंड में गौ संरक्षण की दिशा में व्यापक पहल की गई है। गाय को सम्मान दिलाने की हमारी प्रतिबद्धता रही है। गाय को राष्ट्रमाता बनाने की दिशा में भी हमने प्रभावी पहल की है। इसी दिशा में पहल करते हुए विधानसभा में केन्द्र सरकार से गाय को राष्ट्रमाता घोषित करने के अनुरोध के लिए ध्वनिमत से संकल्प पारित किया गया है।
राज्य में इससे पहले उत्तराखंड के उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. धन सिंह ने नियम 300 के तहत विधानसभा में खुद प्रस्ताव लाने का आश्वासन गोसेवकों को दिया था। परेड ग्राउंड में गो माता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिलाने के लिए आयोजित गो राष्ट्रमाता प्रतिष्ठा महारैली में मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के तौर पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री शामिल हुए थे।
इस रैली में शिक्षा राज्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने कहा था कि मैंने पहले ही गैर सरकारी संकल्प के रूप में गो माता को राष्ट्रमाता बनाने का प्रस्ताव विधानसभा में रखा है। भाजपा ने 2008 में हुई कथा में भी इसका संकल्प लिया था और अपने संकल्प के प्रति भाजपा सरकार वचनबद्ध है।