लंदन में होगा खादी कलेक्शन का प्रदर्शन
नई दिल्ली, 16 सितम्बर (आईएएनएस)| भारतीय फैशन डिजाइनर रुचिका कृष्णानी 30 सितंबर को इंडिया-पाकिस्तान लंदन फैशन (आईपीएलएफ) सीजन-2 में भारत का प्रतिनिधित्व कर अपने खादी कलेक्शन का प्रदर्शन करेंगी। इसके साथ ही देश के अन्य हिस्सों के कलाकार भी पारंपरिक फैशन व कृतियों को ‘स्वदेशी भावना’ के तहत पेश करेंगे।
‘सिगनेचर 1 कन्सेप्ट’ की संस्थापक और ‘आईपीएलएफ’ शो की भारतीय सहयोगी कृष्णानी ने देश के बुनकरों, शिल्पकारों के उत्थान के लिए ‘खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग’ (केवीआईसी) के सहयोग से ‘आईएमखादी’ के साथ ‘रिवाइवल ऑफ स्वदेशी स्पिरिट’ की परिकल्पना को आकार दिया है।
कृष्णानी ने रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, मैं प्रधानमंत्री की सोच को आगे बढ़ाना चाहती हूं.. जो बापू (महात्मा गांधी) को श्रद्धांजलि होगी..’खादी ऑफ नेशन, खादी फॉर फैशन’.. एक ऐसा विचार जिससे खादी देश के लिए गर्व और फैशन का प्रतीक चिह्न बन सके। ब्रिटिश एशियाई कार्यक्रम में खादी कलेक्शन का प्रदर्शन करना बापू की 150वीं जयंती पर उन्हें वास्तविक श्रद्धांजलि होगी।
इस अवसर पर केवीआईसी के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने अपना विश्वास प्रकट किया, खादी तथा ग्रामोद्योग भारत की आत्मा और भारत का दिल है। हमारे धरोहरों को वैश्विक पटल पर प्रसिद्धि दिलाना, हमारे राष्ट्र के लिए गौरव की बात होगी।
खादी ग्रामोद्योग के कलेक्शन के अद्वितीय प्रदर्शन के साथ स्वदेशी की भावना, जिसमें सिल्क के साथ भारतीय तिरंगा और छपाई के नए प्रिंट स्टाइलिंग का प्रयोग किया गया है तथा ऑर्गेनिक प्रिंट वाली साड़ियां भी होंगी।
फैशन शो रोजी अहलूवालिया द्वारा खादी में नवीतम प्रयोगों का भी साक्षी रहेगा, जिन्होंने कच्चे सिल्क में आधुनिक धागों को मिलाकर एक प्रयोग किया और भारतीय राष्ट्रीय पक्षी मोर के सतरंगी रंगों से प्रेरणा लेकर अपने नए कलेक्शन को एक अनूठी डिजाइन और रंगों से संवारा है।
कुमार गुरु मिश्रा के द्वारा प्रस्तुत ब्रांड-जी, ओडिशा की अनोखी कला ‘ईकत’ को अपने नए कलेक्शन रिवाइवल को एक पारंपरिक तरीके से प्रदर्शित करेगा, जिसमें बुनाई की विविधता दिखाई देगी। यह कलेक्शन ओडिशा के सुदूर गांवों में प्रचलित एक कला को एक अलग रूप में चित्रित करता है और इसका उद्देश्य है, बुनकरों की सहायता करना, ताकि वे अपने अपेक्षित सम्मान को पा सकें।
ट्राइब आम्रपाली अपने उत्कृष्ट संग्रह का प्रदर्शन करेगा, जो कारीगरों द्वारा हाथ से तैयार किए गए सांगनेरी कागज पर उकेरी गई प्राचीन भारतीयता के अवयवों और भारतीय सुंदरता से प्रेरित है, जिसमें सभी कृतियों को हाथ से बनाने वालों की अनोखी सफाई को आधुनिक रूप देकर काफी कुशलता से तैयार किया जाता है।
जम्मू-कश्मीर की ज्वेलरी डिजाइनर नीतू बाली नेचर कलेक्शन से प्रेरणा लेकर हाथों से निर्मित अपने संग्रह को प्रदर्शित करेंगी।