कश्मीरी विद्यार्थियों का सेना प्रमुख से गुणवत्तापूर्ण जीवन का आग्रह
नई दिल्ली, 5 सितम्बर (आईएएनएस)| जम्मू एवं कश्मीर के किस्तवाड़ जिले के 20 विद्यार्थियों के एक समूह ने बुधवार को सेना प्रमुख बिपिन रावत से कहा कि आजादी के 70 सालों बाद भी उन्हें इंटरनेट उपलब्ध नहीं है और सड़कें खराब हैं।
नवापाची के उमेश कुमार कौल (19) ने शिकायत की, देश 21वीं सदी में जी रहा है, लेकिन हम अभी भी उपयुक्त इंटरनेट कनेक्शन जैसी बुनियादी जरूरतों के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस समय फोन काल करना भी बहुत कठिन है।
विद्यार्थियों ने यह भी कहा कि खस्ताहाल सड़कों के कारण उन्हें तहसील से किश्तवाड़ शहर पहुंचने में 12 घंटे लग जाते हैं।
एक अन्य विद्यार्थी मोशिन हसन ने कहा, हमारे इलाके में यात्रा करना पीड़ादायक है। सड़क की हालत खराब है और ढेर सारा समय यात्रा में बर्बाद हो जाता है।
किश्तवाड़ जिला जम्मू क्षेत्र में स्थित एक पहाड़ी इलाका है।
स्नातक की पढ़ाई कर रहे ये विद्यार्थी यहां भारतीय सेना की क्षमता विकास भ्रमण (सीबीटी) कार्यक्रम के तहत आए हुए थे। यह भ्रमण चेन्नई पहुंचकर पूरा होगा। कुल 6,000 किलोमीटर की यात्रा मंगलवार को शुरू हुई थी और 12 सितंबर को संपन्न होगी।
इस भ्रमण का आयोजन सेना द्वारा चेन्नई में आठ सितंबर को अधिकारी प्रशिक्षण अकादमी में पासिंग आउट परेड के लिए विद्यार्थियों के चयन हेतु उन्हें एक एक्सपोजर मुहैया कराने के लिए किया गया है।
अधिकांश विद्यार्थी जम्मू एवं कश्मीर के बाहर पहली बार यात्रा कर रहे हैं।
हसन ने कहा, हमने कभी दिल्ली नहीं देखी। यहां से हम रेलगाड़ी के जरिए चेन्नई जाएंगे। इस दौरान हम पूरे देश को देखेंगे। हममें से अधिकांश पहली बार रेलगाड़ी की सवारी करेंगे।
अकील जफर (17) ने कहा कि इस भ्रमण के दौरान उसने भारतीय सेना का एक दूसरा पक्ष देखा।
जफर ने कहा, कश्मीर में सेना के बारे में लोगों की अलग-अलग धारणा है। हम वापस जाकर लोगों को बताएंगे कि सेना कितना ख्याल रखने वाली है।
सेना प्रमुख ने विद्यार्थियों से रोजगार के संदर्भ में अलग क्षेत्रों की तलाश करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, सभी क्षेत्र महत्वपूर्ण हैं, चाहे चिकित्सा हो या शिक्षण। मैं आप सभी को सेना से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करूंगा, लेकिन मैं कहूंगा कि अन्य सभी क्षेत्र भी महत्वपूर्ण हैं।