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इस आईपीएस ने बदल दी मुरादाबाद पुलिस महकमे की सूरत

मुरादाबाद, 5 सितंबर (आईएएनएस/आईपीएन)। उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद पुलिस सूबे में अपना नाम रोशन कर रही है। उसकी वजह अपराधियों की धरपकड़ तो है ही, लेकिन उससे बड़ी वजह है जनता में अपना अच्छा व्यवहार और थाने में आने वाले फरियादियों के साथ शालीनता से पेश आना।

वरिष्ठ पुसिस अधीक्षक (एसएसपी) जे. रवींद्र गौड़ ने पुलिसकर्मियों को थाने आने वाले फरियादियों से जहां शालीनता से पेश आने और उन्हें सम्मान दिए जाने की पहल करते हुए सख्त निर्देश दिए, वहीं जनपद के थानों को ऐसे सजाया गया कि आने वाले फरियादियों को थाने पहुंचकर अच्छा महसूस हो।

वह सभी पुलिसकर्मियों को खास तौर पर फरियादियों से शालीनता से पेश आने की जहां हिदायत दे रहे हैं और उन्हें इसके लिए प्रशिक्षित भी कर रहे हैं। उनसे जनता के बीच पुलिस की छवि और कार्यप्रणाली को लेकर किए जा रहे सवाल और सामाजिक कार्यों में हिस्सेदारी निस्संदेह पुलिस को ‘फ्रेंडली’ बना रही है।

इस कड़ी में एसएसपी ने कई महत्वपूर्ण प्रयास किए। उन्होंने जहां फरियादियों को थाना स्तर पर कई सुविधाएं मुहैया कराईं, वहीं जनपद के सभी थानों का रंग रूप भी बदल दिया गया। जिले में समय-समय पर जनता से अपील की जा रही है कि उन्हें कोई समस्या हो तो तुरंत पुलिस की मदद लें।

पुलिस को भी लगातार सेमिनार आयोजित कर जनता से शालीनता और प्यार से पेश आने की हिदायत दी जा रही है। जनता और पुलिस के बीच छवि सुधारने का यह सिलसिला यहीं खत्म नहीं हो रहा, बल्कि सामाजिक कार्यो में शिरकत कर उन्हें पूरी तरह से जागरूक किए जाने का कार्य नियमित रूप से जारी है।

पुलिस की कार्यप्रणाली को देखकर हैरान भी है कि आखिर पुलिस में ऐसा बदलाव कैसे आया?

इस बदलाव के लिए प्रदेश के डीजीपी ने निर्देश जारी किया था कि पुलिस जनता के प्रति अपनी सहानुभूति दिखाए और अपने व्यवहार में बदलाव लाकर जनता में पुलिस की छवि को एक अलग रूप दे।

एसएसपी ने यहां बदलाव की दिशा में पंख लगा दिया और आज जिले के सभी थानों की तस्वीर बदल दी। थानों में फरियादियों के लिए जहां मुफ्त कॉफी, और वाईफाई के साथ बच्चों के खेलने के लिए खिलौने की व्यवस्था है, वहीं फरियादियों के बीच मधुर संबध बनाए जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है।

कहा जाता है कि जब अपराध और अपराधी के बारे में पुलिस तंत्र को सटीक सूचना और जानकारी होगी तभी अपराध मुक्त वातावरण बनाया जा सकता है और ऐसा तभी संभव है, जब जनता और पुलिस के बीच मधुर संबंध हो। पुलिस की छवि जनता के बीच अच्छी बनाने का मकसद भी कुछ इसी से जुड़ा है।

जनता से मधुर संबध होंगे तो जनता भी एक दोस्त की तरह पुलिस से बात कर सकेगी और कोई महत्वपूर्ण जानकारी पुलिस से साझा कर सकेगी। पुलिस के सख्त रवैये के कारण कई मामलों में जनता पुलिस से जानकारी साझा करने में हिचकती है। इसी को लेकर यहां जनता और पुलिस के बीच की दूरी मिटाने के लिए एसएसपी द्वारा ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं।

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