तीन पूर्व मंत्रियों ने केरल बाढ़ मामले की न्यायिक जांच की मांग की
तिरुवनंतपुरम, 4 सितम्बर (आईएएनएस)| केरल में मंगलवार को तीन पूर्व जल संसाधन मंत्रियों ने राज्य में आई भयानक बाढ़ को मानव-जनित आपदा बताया और सरकार से इसकी न्यायिक जांच की मांग की। कांग्रेस के तिरुवंचूर राधाकृष्णन, केरल कांग्रेस-मणि के पी.जे. कुरियन और आरएसपी के कोल्लम से लोकसभा सदस्य एन. के. प्रेमचंद्रन ने सरकार से यह मांग की।
इस मामले पर न्यायिक जांच की मांग ऐसे समय की जा रही है, जब केरल उच्च न्यायालय एक जनहित याचिका पर सुनवाई कर रहा है जिसमें कहा गया है कि बाढ़ मानव जनित आपदा है और यह अधिकारियों की लापरवाही व बांध के पानी के गलत प्रबंधन की वजह से आई।
प्रेमचंद्रन ने मीडिया से कहा कि बांध सुरक्षा प्राधिकरण और केरल राज्य आपदा प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने अपने दिमाग का प्रयोग नहीं किया।
उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की फेसबुक पोस्ट यह साबित करने के लिए काफी है कि उनकी सरकार की समग्र बांध प्रबंधन नीति पूरी तरह विफल रही है।
राधाकृष्णन ने कहा कि वे राजनीति नहीं कर रहे हैं और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि इस तरह की आपदा दोबारा न हो।