जन्माष्टमी स्पेशल 2018 : क्यों मनाई जाती हैं श्रीकृष्ण जन्माष्टमी?
भगवान विष्णु सीधे इस धरती पर अवतरित हुए और यह उनका भौतिक अवतार है इसलिए उस दिन को कृष्णाष्टमी या जन्माष्टमी के रुप में मनाया जाता हैं l
मथुरा: भगवान श्री कृष्ण का जन्म भद्र मास के कृष्णपक्ष की अष्टमी के दिन मध्यरात्रि में हुआ था l वे विष्णु के 8 वें अवतार है, जिन्होंने द्वापर युग में जन्म लिया, ताकि वे लोगों को अपने मामा कंस द्वारा किये जाने वाले अत्याचारों से बचा सकें l
दरअसल, भगवान विष्णु सीधे इस धरती पर अवतरित हुए और यह उनका भौतिक अवतार है इसलिए उस दिन को कृष्णाष्टमी या जन्माष्टमी के रुप में मनाया जाता हैं l
द्वापर युग की मान्यताओं के अनुसार मथुरा राज्य में कंस नामक राजा हुआ करता था, जिन्होंने सत्ता की लालच में अपने पिता तक को कारागृह में बंदी बना दिया और उनपर यातनाएं करने लगाl
धीरे-धीरे उनकी यातनाएं इस कदर बढ़ गयी, कि उनकी अपनी बहन देवकी की शादी के दिन आकाशवाणी हुई, कि देवकी की आंठवी संतान ही उनका वध करेगाl
इसे सुनकर स्वयं को ईश्वर मानने वाले क्रूर शासक कंस आग बबूला हो गए और अपनी लाड़ली बहन देवकी और वासुदेव को मरने हेतु अस्त्र उठा लिएl उसे रोकते हुए देवकी ने वचन दिया, कि जैसे ही उनकी संतान का जन्म होगा कंस उसे मार देl
रिपोर्ट – द्वारकेश बर्मन