नफीसा अली के हाथों 37 महिलाओं को मिला ‘निर्भया ज्योति अवार्ड’
नई दिल्ली, 28 अगस्त (आईएएनएस)| अन्याय के विरुद्ध लड़ने वाली हर महिला की हिम्मत व साहस का प्रतीक ‘निर्भया’ की स्मृति में निर्भया ज्योति ट्रस्ट की ओर से विभिन्न क्षेत्रों में मुकाम हासिल करने वाली देश की महिला शक्तियों को मंगलवार को पहला ‘निर्भया ज्योति नेशनल वूमेन एचीवर्स एक्सीलेंस अवार्ड’ से सम्मानित किया गया। लोधी मार्ग स्थित इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में आयोजित इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अभिनेत्री व समाजसेवी नफीसा अली ने इन 37 महिलाओं को सम्मानित किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से निर्भया के माता-पिता, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की सदस्य सुलेखा कुंभारे, बॉलीवुड गायक शंकर साहनी सहित कई गणमान्य अतिथि मौजूद रहे।
नफीसा अली निर्भया को याद करते ही द्रवित हो गईं। उन्होंने कहा, हम अपने बच्चों को सही बातें नहीं सिखा पा रहे हैं। इसलिए दुखद घटनाएं आज भी हो रही हैं। जो हो गया, अब उसे हम बदल नहीं सकते, लेकिन आगे ऐसा न हो, इसकी हमें कोशिश करनी होगी, इसका वादा हमें खुद से करना पड़ेगा।
निर्भया की मां आशा देवी ने सभी को धन्यवाद दिया और कहा, छह साल हो गए, पर आज भी मुझे दुख है कि हम सबकी इतनी कोशिशों के बाद भी अब तक उन दरिंदों को फांसी नहीं हुई। लोग कहते हैं कि सब कुछ भूलकर आप आगे बढ़ो, लेकिन मैं निर्भया को भूल कैसे सकती हूं। मुझे उसी से प्रेरणा मिलती है।
उन्होंने आगे कहा, भगवान न करे किसी को मेरे जैसा दुख सहना पड़े, लेकिन दुखद है कि आज भी आए दिन ऐसी घटनाएं हो रही हैं। ऐसे में हर व्यक्ति की मानसिकता में बदलाव की जरूरत है, चाहे वह राजनेता हो या आम इंसान। मेरी लड़ाई आज भी जारी है, ताकि कोई दूसरी निर्भया ना हो।
ट्रस्ट के महासचिव सर्वेश तिवारी ने कहा कि निर्भया एक उम्मीद है, शक्ति है, प्रेरणा है। निर्भया पूरा संसार है। निर्भया आज उन लड़कियों की आवाज है जो अपने पर हुए अत्याचार के खिलाफ लड़ रही है।
उन्होंने कहा, आज हम ऐसी महिलाओं का सम्मान करने के लिए एकत्र हुए हैं, जिन्होंने अपने जीवन में एक मुकाम हासिल किया है। मैं उन सभी को बधाई देना चाहता हूं। ट्रस्ट का उद्देश्य ऐसी किसी भी अपराध का शिकार महिलाओं की मदद करना है। ऐसा करके हम अपनी बहादुर निर्भया को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
पुरस्कार विजेताओं में से एक ऐश्वर्या बंसल ने कहा, इस तरह के पुरस्कार हमें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। आज की दुनिया में मेरी जैसी कई महिलाओं ने प्रतिभा, विवेक और अपनी शक्ति से आसमान की बुलंदियों को छुआ है। मैं सभी महिलाओं से कहती हूं कि आप अपने को कमजोर न समझें, जब आप खुद खड़ी होंगी तब दुनिया आपको सराहेगी।
सम्मानित रुचि मित्तल ने कहा, हर दिन जीवन के सभी क्षेत्रों से महिलाओं पर हमला किया जा रहा है। जब भी मैं एक छोटी लड़की की छेड़छाड़ की खबर पढ़ती हूं तो मेरा खून उबल जाता है। आज मनुष्य शैतान बन गया है। बुराइयों को दूर करने के लिए समाज और सरकार को इस दिशा में मिलकर काम करना चाहिए। आदित्य स्कूल समाज के पीड़ितों की मदद के लिए निर्भया ट्रस्ट की हर संभव मदद करेगा।
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की सदस्य सुलेखा कुंभारे ने भी अपने विचार रखे और निर्भया की मां को उनकी लड़ाई में मदद दिलाया। निर्भया के पिता ने भी अपना दुख व्यक्त किया।
सम्मानीय अतिथि के रूप में बॉलीवुड गायक शंकर साहनी, परवाज मीडिया समूह के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक समीम खान और संजीव देव मलिक उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में पीआर प्रोफेशनल्स, एएसईएपी, एशियन न्यूज चैनल, अंजलि साहनी, चिल्ली, ब्लॉसम कोचर कलेक्शन ऑफ क्रिएटिव आर्ट एंड डिजाइन, अदांत, गेम माइंस और जूम दिल्ली ने सहयोग दिया।
कार्यक्रम के दौरान ‘थॉट प्रोवोकिंग शो’ में महिला सुरक्षा का संदेश देती एक प्रस्तुति दी गई। इसमें सफेद लिबास पहनी युवतियों ने बेहद खूबसूरती से दर्शकों को समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाने की बात कही। नफीसा अली के आग्रह पर शंकर साहनी ने मधुर गीत गाया। मानसिक रूप से कमजोर बच्चों ने समूह नृत्य से दर्शकों को मुग्ध किया।
कार्यक्रम में संगीता गुप्ता, डॉ. संजना जॉन, आईएएस इरा सिंघल, ऐश्वर्या बंसल, बानी यादव, सुशीला देवी, डॉ. सुनीता गोदारा, रुचि मित्तल, लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी, मारिया कैरल्टा मोहिनी, डॉ. अनीता धनकर, पारुल महाजन, शांति बाला देवी, प्रभी देवी, करमज्योति दलाल, सीमा कुशवाहा, सुभद्रा देवी, रोशनी देवी, कुहू राव, डॉ. ऋतुपर्णा घोष, अलका प्रिया, उर्वशी खन्ना, दीप्ति नागरेचा, शिल्पा अरोड़ा, पायल संदेश यादव, यशोधरा पाटिल, निर्मल गोयल, कुसुमलता कौशिक, रोशनी ठाकुर, मधु गुप्ता, शिखा शर्मा, डॉ. सोनल राय, शबनम गुलशन, रेखा बेहरानी, डॉ. बबिता कटारिया, रचना पंडित व अंजलि साहनी को सम्मानित किया गया।