बायोफ्यूल से फ्लाइट उड़ाने वाला भारत पहला विकासशील देश बन गया है। जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर बायोफ्यूल से चलने वाली फ्लाइट को फ्लैग ऑफ़ किया गया। इस प्रयोग से भारत की अरब देशों पर तेल की निर्भरता कम हो सकेगी, इसके साथ ही कार्बन उत्सर्जन में 80 फीसद तक कमी लाई जा सकेगी।
बायोफ्यूल से फ्लाइट उड़ाने की बात की सराहना करते हुए केंद्रीय मंत्री, भारत सरकार नितिन गडकरी ने कहा,” अब वक्त आ गया है कि हम तेजी से इम्पोर्ट सब्स्टीट्यूट ,कॉस्ट इफेक्टिव और किसानों को लाभ पहुँचाने के लिए बायोफ्यूल का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। मैं स्पाइस जेट का स्वागत करता हूँ और यह उम्मीद करता हूँ कि दूसरी एविएशन कंपनियां भी यह प्रयोग अपनाएगी।”
उन्होंने आगे कहा कि देश के एविएशन क्षेत्र में आज से नई क्रांति की शुरुआत हो गई है। देश में पहली बार बायो जेटफ्यूल पर चलने वाला हवाई जहाज देहरादून से दिल्ली पहुँचा। इसके सफल परीक्षण से भारत अब अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों की कतार में आ गया है। बायो जेटफ्यूल 20% तक उड़ान खर्च कम करेगा।
छत्तीसगढ़ से बायोफ्यूल डेवलपमेंट अथॉरिटी के जरिए जैट्रोफा का बीज खरीदा गया है। इससे पूर्व जैव ईंधन से चलने वाले इस Spice Jet का परीक्षण भी किया था। बताया गया कि अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में कमर्शियल विमान पहले से ही जैव ईंधन से उड़ान भर चुके हैं।