नहीं रहे इमरजेंसी में इंदिरा सरकार को अपनी पत्रकारिता से चुप कराने वाले कुलदीप
नैयर 1990 में ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त रह चुके हैं
इंदिरा गांधी सरकार के समय अपनी पत्रकारिता का लोहा मनवाने वाले वरिष्ठ पत्रकार और लेखक कुलदीप नैयर का दिल्ली के एक अस्पताल में 95 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
वरिष्ठ पत्रकार ने निधन पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शोक जताते हुए अपने ट्विटर एकाउंट पर लिखा कि वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर जी के निधन की खबर दुःखद है ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और परिजनों को धैर्य प्रदान करें। आपातकाल के दौर में प्रेस की आजादी के लिए नैयर जी के संघर्ष को सदैव याद रखा जाएगा।
वरिष्ठ पत्रकार कुलदीप नैयर जी के निधन की खबर दुःखद है ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति और परिजनों को धैर्य प्रदान करें। आपातकाल के दौर में प्रेस की आजादी के लिए नैयर जी के संघर्ष को सदैव याद रखा जाएगा।#KuldeepNayyar
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) August 23, 2018
लेखक कुलदीप नैयर ने 23 अगस्त को एस्कॉर्ट्स अस्पताल में आखिरी सांस ली। उनका अंतिम संस्कार गुरुवार दोपहर एक बजे किया जाएगा।
मानवाधिकार कार्यकर्ता रहे नैयर 1990 में ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त भी रह चुके हैं और उन्हें राज्यसभा के लिए भी नामित किया गया था। स्तंभकार नैयर ने ‘बियॉन्ड द लाइन्स’ और ‘इंडिया आफ्टर नेहरू’ सहित कई किताबें भी लिखी हैं।