एशियाई खेल (निशानेबाजी) : राही ने जीता स्वर्ण, मनु ने किया निराश (राउंडअप)
जकार्ता, 22 अगस्त (आईएएनएस)| भारत के लिए यहां जारी 18वें एशियाई खेलों का चौथा दिन निशानेबाजी में एक और स्वर्ण पदक लेकर आया। राही जीवन सरनाबत ने बुधवार को महिलाओं की 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में सोने का तमगा हासिल किया। राही इसी के साथ एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला निशानेबाज भी बन गई हैं।
इसी दिन हालांकि भारत को निराशा भी हाथ लगी। बीते दिनों में लगभग हर टूर्नामेंट में पदक जीत कर तहलका माचने वाली युवा निशानेबाज मनु भाकेर इसी स्पर्धा में पदक से चूक गईं।
वहीं 50 मीटर राइफल-3 पोजीशंस फाइनल में अंजुम मोदगिल और गायत्री नित्यांदम पदक की ख्वाहिश को पूरा नहीं कर पाई।
राही ने बेहद रोचक मुकाबले में थाईलैंड की नापशावान यांगपाईबून को शूटऑफ में 3-2 से हराया। दोनों खिलाड़ियों का स्कोर 34-34 से बराबर था। इसके बाद दो शूटऑफ में विजेता का फैसला निकला। यह राही का इस स्पर्धा में पहला स्वर्ण पदक है। दक्षिण कोरिया की किम मिनजुंग तीसरे स्थान पर रहकर कांस्य जीतने में सफल रहीं।
फाइनल में राही शुरू से ही पहले स्थान पर रहीं, फिर कुछ निशाने चूकने के कारण दूसरे स्थान पर आ गई। लेकिन, उन्होंने आखिरी सीरीज में यांगपाईबून से स्कोर बराबर कर लिया। इसके बाद फैसला शूटऑफ में हुआ।
मुकाबला इतना रोचक हुआ कि स्वर्ण और रजत पदक का फैसला दो शूटऑफ में निकला।
पहले शूटऑफ में दोनों खिलाड़ियों ने एक-एक निशाना मिस किया। इसके कारण एक और शूटऑफ हुआ। पहले दो निशानों दोनों ही खिलाड़ियों ने सही लगाए। तीसरा निशाना राही ने सही लगाया लेकिन थाईलैंड की खिलाड़ी मिस कर गई। राही के पास बढ़त थी और स्वर्ण उनके करीब। अगला निशाना राही चूक गईं लेकिन थाईलैंड की खिलाड़ी भी सही निशाना नहीं लगा सकीं।
अब अगर राही आखिरी निशाना चूक जातीं और थाईलैंड की खिलाड़ी सही निशाना लगा देतीं तो एक और शूटऑफ होता लेकिन ऐसा हुआ नहीं। दोनों खिलाड़ियों ने आखिरी निशाना गलत लगाया और एक सही निशाने की बढ़त के साथ जीत राही के हिस्से आई।
इसी स्पर्धा में भारत को मनु भाकेर से काफी उम्मीदें थी, लेकिन राष्ट्रमंडल खेलों की विजेता मनु 16 का स्कोर कर छठे स्थान पर रहकर पहले ही बाहर हो गईं। मनु ने क्वालीफिकेशन में शानदार प्रदर्शन किया था और गेम रिकार्ड तोड़ पहले स्थान पर रहकर फाइनल में जगह बनाई थी।
अंजुम और गायत्री को अंतिम सूची में क्रमश: नौवां और 17वां स्थान हासिल हुआ। इसके साथ ही इस स्पर्धा में भारत के लिए पदक की आस समाप्त हो गई।
क्वालिफिकेशन में अंजुम शुरुआत में अच्छा प्रदर्शन कर रहीं थी, लेकिन वह अपनी इस लय को बरकरार नहीं रख पाईं और क्वालीफाई करने से एक कदम दूर रह गईं। उन्होंने 1159 अंक हासिल कर नौवां स्थान हासिल किया। फाइनल के लिए शीर्ष-8 में जगह बना पाने में अंजुम केवल दो अंकों से चूक गईं।
इसके अलावा गायत्री ने क्वालिफिकेशन में 1148 अंक हासिल किए और 17वें स्थान पर रहीं।