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रक्षाबंधन 2018 : सियासत भी सिर झुकाती है इन भाई-बहनों के आगे

राजनीति में भाई-बहनों की ऐसी जोड़ियां , जो हैं मिसाल

वैसे तो कहते हैं कि राजनीति में कोई किसी का सगा नहीं होता, लेकिन सियासत में भी ऐसी कई भाई-बहनों की जोड़ियां हैं,जो अपनेआप में एक बड़ी मिसाल पेश करती हैं।

इस साल 26 अगस्त को रक्षाबंधन है, इस मौके पर लाइव उत्तराखंड आपको राजनीति की ऐसी कई बड़ी शख्सियतों के बारे में बताएगा, जो सही मायने में भाई-बहन के अटूट रिश्ते की पहचान बन गई हैं।

प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी –

राजनीति में भाई-बहन का नाम लिया जाए, तो सबसे पहले राहुल गांधी और प्रियंका की तस्वीर सामने आ जाती है। वो चाहे चुनावी रैलियां हों, या फिर सोशल मीडिया पर अपने भाई राहुल व कांग्रेस का प्रचार-प्रसार, प्रियंका हमेशा आगे रहती हैं। जब कोई भी राजनेता या विपक्षी मंत्री राहुल का मज़ाक उड़ाता है, तो राहुल से पहले प्रियंका उसे सटीक जवाब देती हैं। राहुल पर लगने वाले आरोपों व प्रत्यारोपों पर प्रियंका हमेशा उन्हें बचाती हुई नज़र आती हैं।

आनंदीबेन पटेल और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी –

भाई-बहनों का रिश्ता खून का रिश्ता होता है। आनंदीबेन पटेल और नरेंद्र मोदी का रिश्ता बेशक भाई-बहन रिश्ता नहीं है पर अनंदीबेन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिल से भाई मानती हैं। नरेंद्र मोदी भी समय समय पर आनंदीबेन को अपने निर्णयों में शामिल करते हैं और उनपर भरोसा भी करते हैं। यही कारण है कि जब वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने थे, तब उन्होंने गुजरात की ज़िम्मेदारी अपनी प्यारी बहन आनंदीबेन पटेल को दी थी।

अनुष्का राव और तेजप्रताप यादव, तेजस्‍वी यादव –

रक्षाबंधन के त्यौहार पर लालू प्रसाद यादव का घर भी खुशियों में डूब जाता है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्‍वी यादव और उनके बड़े भाई पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव अपनी बहन अनुष्का राव को बहुत प्यार करते हैं। हर रक्षाबंधन पर लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटे पूरे विधि-विधान से राखी का पर्व बनाते हैं और वो इस अनूठे बधंन की तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं।

सुषमा स्वराज और वैंकेया नायडू –

सुषमा स्वराज और देश के उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं। लेकिन इन दोनों दिग्गज नेताओं के बीच भाई-बहनों का अटूट रिश्ता भी है।

समय समय पर सुषमा स्वराज आपने भाषणों में वैंकेया नायडू की तारीफ करते नहीं थकती हैं। सियासत में सुषमा और वैंकेया लंबे समय से अपने इस अटूट रिश्ते के लिए जाने जाते हैं।

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