केरल : बाढ़ में फंसी ज़िंदगियों को सता रहा संक्रामक बीमारियों का डर
महामारी को रोकने के लिए राज्य में लगाए गए हैं 3,757 मेडिकल शिविर
केरल में बाढ़ में फंसे लोगों को अब एक और बड़ी परेशानी दिक्कत में डाल रही है। बाढ़ के कारण लोग जहां अपने घरों से बाहर पलायन कर रहे हैं, लेकिन लोग इस बात से भी डर रहे हैं कि कहीं बाढ़ का खतरा टलने के बाद वो कालरा, मलेरिया और चिकनपॉक्स जैसी बीमारियां के घेरे में ना आ जाएं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि केंद्र ने बाढ़ प्रभावित केरल में फैल रही महामारी को रोकने के लिए 3,757 मेडिकल शिविर लगाए हैं।
मंत्रालय ने अपने बयान में यह कहा है कि अभी किसी भी संक्रामक बीमारी के प्रकोप की कोई सूचना नहीं है लेकिन स्वास्थ्य जानकारों की राय है कि बाढ़ का पानी घटने के साथ माहौल संक्रामक बीमारियों के फैलने का बन सकता है।
बयान में कहा गया है कि संक्रामक बीमारियों, उनकी रोकथाम व नियंत्रण, सुरक्षित पेयजल, सफाई के कदम, वेक्टर नियंत्रण व अन्य चीजों पर राज्य के साथ स्वास्थ्य परामर्श साझा किया गया है।
Till now, 3757 medical camps have been setup in Kerala. There is requirement of 90 different medicines and first installment has reached. Issued advisory for daily monitoring and surveillance. Quick response medical teams to start work as soon as water recedes: Union Min JP Nadda pic.twitter.com/w7KbCI8BTo
— ANI (@ANI) August 20, 2018
केरल सरकार के आग्रह के बाद केंद्र 90 प्रकार की दवाओं का पहला बैच सोमवार को केरल पहुंचाएगा। आपदा प्रतिक्रिया दल भी केरल में आपातकालीन चिकित्सकीय देखभाल के लिए भेजा जाएगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, ” हम सभी तरह का समर्थन दे रहे हैं और लगातार बाढ़ की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। स्वास्थ्य सचिव राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों के संपर्क में हैं और बीमारी निगरानी नेटवर्क के माध्यम से हरदिन हालत की निगरानी की जा रही है।”
(इनपुट – IANS / एडिटेड – लाइव उत्तराखंड डेस्क )