World Photography Day: ये फोटोज़ हैं सबसे दर्दनाक, आखिरी वाली को देख रो पड़ा था दुनिया का हर शख्स
World Photography Day पूरी दुनिया में 19 अगस्त को मनाया जाता है। ये दिन उन फोटोग्राफरों के लिए होता है जिन्होंने अनमोल पलों को फोटोज में कैद कर उन्हें यादगार बना दिया। इसी मौके पर हम आपके लिए ऐसी दर्दनाक फोटोज़ लेकर आए हैं। जिन्हें देख रो पड़ा था दुनिया का हर शख्स…
फ्रांस में 9 जनवरी 1839 से फोटोग्राफी शुरू हुई थी। उस वक्त डॉगोरोटाइप प्रक्रिया की घोषणा की गई थी। इस फोटोग्राफी प्रक्रिया का आविष्कार जोसेफ नाइसफोर और लुइस डॉगेर ने किया था। यह दुनिया की पहली फोटोग्राफी प्रक्रिया थी।
26 दिसंबर 2004 में जब भारत पर बरसा था सुनामी का कहर। अपने बच्चे की मौत पर तड़पते माता-पिता।
3 दिसंबर साल 1984 को हुआ भोपाल गैस कांड लोगों की जहन में आज तक है। उस समय की ये फोटो ऐसी है, जो कभी नहीं भुलाई जा सकती।
1 सितंबर 1939 से शुरू हुआ दूसरा विश्व युद्ध 2 सितंबर 1945 को खत्म हुआ। युद्ध के खत्म होने पर खुशी बयां करती एक फोटो।
दिल्ली में जंतर मंतर पर हो रहे एक आंदोलन के दौरान किसान ने आत्महत्या कर ली थी। उससे पहले ली गई फोटो।
साल 1947 में देश को आजादी तो मिली। पर साथ ही भारत-पाक बंटवारे का जख्म भी मिला। उसी दौरान ली गई थी ये फोटो।
11 सितंबर 2001 में अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर आतंकी हमला हुआ था। कैसे हाईजैक विमानों से टॉवर पर हमला किया गया, उसकी ये तस्वीर बहुत वायरल हुई थी।
साल 2015 में नेपाल में आए भूकंप के बाद वहां जो भीषण तबाही हुई, उसका हाल बयां कर रही ये तस्वीर खूब वायरल हुई थी।
2015 में सीरियाई बच्चे अयलान की इस फोटो से दुनियाभर के लोगों को सदमा लगा था। इस फोटो में अयलान का शव दिख रहा था। नाव डूबने से उसकी मौत हो गई थी। अगले दिन सुबह उसका शव ऐसे पड़ा था। सीरिया में चल रह हिंसा के कारण यूरोप पलायन करते हुए अयलान की मौत हुई थी।