पैराएथलीटों के लिए आयोजित इनफिनिटी साइकिल राइड सम्पन्न
शिमला, 16 अगस्त (आईएएनएस)| आदित्य मेहता फाउंडेशन द्वारा संचालित इनफीनिटी राइड का चौथा संस्करण सफलता के साथ पूरा हुआ। इस राइड का आयोजन पैरा एथलीटों को सहयोग प्रदान करने के लिए फंड एकत्रित करना था। केंद्रीय गृह मंत्री (राज्य) किरण रिजूजू, पुलिस महानिरीक्षक अभिनव कुमार के साथ सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कई अधिकारियों ने पैरा एथलीटों की टीम का स्वागत किया। इसमें 30 पैरा साइकल चालकों ने हिस्सा लिया था जिसमें पैरा साइकिल चालक भी शामिल थे। राइड को बुधवार दोपहर में मनाली में समापन हुआ।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने एएमएफ के इस कार्यक्रम में अपना समर्थन दिया है। वह 2020 में टोक्यो में होने वाले पैरा गेम्स के लिए 100 पैरा एथलीट्स को ट्रेनिंग देंगे।
इस कार्यक्रम की शुरुआत शिमला के रिज से 10 दिन पहले हुई थी। इसमें चालकों ने 700 से अधिक किलोमीटर की दूरी नापी। इस दौरान वे दुनिय की सबसे कठिन मोटरेबल रास्ते से गुजरे और सफलतापूर्वक मनाली पहुंचे।
पैरासाइकीलिंग टीम के कोच और एएमएफ के संस्थापक आदित्य मेहता ने कहा, हमें खराब मौसम और फिसलने वाले पहाड़ों का सामना करना पड़ा। हमें में से कई लोग पेशेवर चालक नहीं हैं, लेकिन इनफीनिट के लक्ष्य ने हमें रुकने नहीं दिया। हमने न सिर्फ राइड खत्म की बल्कि अच्छा खासा फंड भी एकत्रित किया।
इस चैरिटी राइड में 20 फंडरेजिंग राइडरों के अलावा 10 भारती पैरासाइकिस्टों ने हिस्सा लिया। ये साइकिलिस्ट देश के कोने-कोने से इनफिनिटी राइड को मजबूती प्रदान करने के लिए यहां पहुंचे थे।
इनमें से हर राइडर का लक्ष्य तीन लाख रुपये का फंड जमा करना था, जो एएमएफ फाउंडेशन की पैरा-एथलीट्स का समर्थन करने की मुहिम में जाएगा। साथ ही इस फंड के माध्यम से मिशन-100 के जरिए आने वाले दो साल में उन खिलाड़ियों को चुनना है जो देश के लिए पदक जीत सकें।
इस मुहीम को भारतीय साइकिलिंग महासंघ का पूरा समर्थन है।
बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल के.के. शर्मा ने कहा कि वह पैरा स्पोटर्स में असल प्रतिभा दिखती है और इनफिनिटी राइड के माध्यम से एक नेक काम किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, पैरा एथलीट्स में काफी प्रतिभा है। इनफीनिटी राइड का मकसद पैराएथलीट्स का लगातार समर्थन करना है। पैरालम्पिक दो साल बाद है। हमारा मकसद उन 100 खिलाड़ियों को चुनना है जो टोक्यो में 2020 में होने वाले पैरालम्पिक खेलों में भारत के लिए पदक जीत कर ला सकें। इस मिशन के लिए एएमएफ को साझेदार की जरूरत थी और हमारा मानना है कि आदित्य मेहता फाउंडेशन अच्छा काम कर रहा है इसलिए हमने पैरा स्पोटर्स को आगे ले जाने के लिए इनका साथ देने का फैसला किया।
रेस के अंतिम चरण के बाद आयोजित कार्यक्रम में एस.एस देसवाल (स्पेशल डीजी), राम स्वरूप शर्मा (एमपी मंडी), आईडी शर्मा (आईजी ट्रेनिंग), एस.बैंस भी मौजूद थे।
इससे पहले तीन संस्करणों का आयोजन बेंगलुरू से हैदराबाद (2015), मनाली से खारडुंग ला (2016) और हैदराबाद से तिरुपति (2017) में हो चुके हैं।