भारत के प्रिंटर बाजार में एचपी की 47 फीसदी हिस्सेदारी
नई दिल्ली, 16 अगस्त (आईएएनएस)| भारत के प्रिंटर बाजार पर एचपी इंक दबदबा देखा जा रहा है। एचपी ने का 2018 की दूसरी तिमाही में 3,91,940 प्रिंटर की बिक्री के साथ देश के बाजार में अपनी 47 फीसदी हिस्सेदारी दर्ज की है। यह आकलन आईडीसी के हार्ड कॉपरी पेरिफेरल्स क्वाटरली मार्केट रिपोर्ट (2018 की दूसरी तिमाही) पर आधारित है। रिपोर्ट के अनुसार, इस बाजार में दूसरे नंबर पर एप्सन 24 फीसदी की हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर है।
ऑफिस प्रिंटिंग सेगमेंट में एचपी की हिस्सेदारी 32 (सैमसंग प्रिंट के बिना) फीसदी है और होम पिंट्रिंग सेगमेंट में यह 42.8 फीसदी के साथ शीर्ष पर है।
एचपी ने बीते साल नवंबर में 1.05 अरब डॉलर में सैमसंग के प्रिंटर कारोबार का अधिग्रहण किया।
एचपी इंक, इंडिया के सीनियर डायरेक्टर, पिंट्रिंग सिस्टम्स लियो जोसेफ ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, प्रिंटर सेगमेंट में एचपी की डीलरशिप ग्राहको के भरोसे का साक्षी है। घरेलू उपयोग के साथ-साथ सभी प्रकार के कारोबार में हमारे प्रिंटर का इस्तेमाल होने से हमारे कारोबार में तेजी आई है।
भारत के प्रिंटर बाजार पर शीर्ष तीन कंपनियों ने कब्जा कर रखा है, जिनकी हिस्सेदारी 2018 की दूसरी तिमाही में तकरीबन 91 फीसदी हो गई। एचपी के बाद एप्सन और कैनन इस क्षेत्र की अन्य बड़ी कंपनियां हैं। कैनन की बाजार हिस्सेदारी 18.3 फीसदी है।
एप्सन इंडिया के इंकजेट प्रिंटर के जनरल मैनेजर शिवा कुमार ने कहा, हम लगातार भारतीय बाजार में इंकटैंक प्रिंटर के मामले में अग्रणी बने हुए हैं। हम अपने ग्राहकों के लिए लगातार अप्रतिम मूल्य व समाधान पेश करते रहेंगे।