स्वतंत्रता दिवस पर 942 पुलिस पदक प्रदान किए जाएंगे
नई दिल्ली, 14 अगस्त (आईएएनएस)| जम्मू एवं कश्मीर में 2017 में आतंकियों के साथ लड़ाई में शहादत पाने वाले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के सिपाही शरीफ-उद-दीन गैनी और हवलदार मोहम्मद तफैल को मरणोपरांत राष्ट्रपति के शौर्य पुलिस पदक (पीपीएमजी) के लिए चुना गया है। शौर्य पुलिस पदक पुलिस सेवा में सर्वोच्च पदक है। उनके नाम केंद्रीय व राज्य पुलिस के उन 942 कर्मियों में शामिल हैं, जिन्हें सरकार ने बुधवार को 72वें स्वतंत्रता दिवस पर ‘पुलिस पदक’ के लिए चुना है।
सीआरपीएफ के दक्षिण कश्मीर के लेथपोरा शिविर पर 30 दिसंबर मध्यरात्रि को जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों ने हमला बोला दिया था, जिनसे लड़ते हुए गैनी और तफैल को गोलियां लगीं और बाद में वे शहीद हो गए थे। दोनों कर्मी सीआरपीएफ की 185वीं बटालिय में तैनात थे।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मंगलवार को घोषणा की, पदक विजेताओं में वीरता के लिए पुलिस पदक (पीएमजी) पाने वाले 117 कर्मी, विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक (पीपीएमडीएएस) पाने वाले 88 कर्मी और सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक (पीएमएमएस) पाने वाले 675 कर्मी शामिल हैं।
मंत्रालय ने कहा कि राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा पुरस्कार विजेताओं की सूची को मंजूरी दे दी गई है।
साढ़े तीन लाख जवानों के मजबूत अर्धसैनिक बल ने सबसे ज्यादा 154 पुलिस पदक हासिल किए हैं। यह अकेला ऐसा बल है, जिसके दो कर्मियों को मरणोपरांत पीपीएमजी के लिए चुना गया है। बल ने सभी सशस्त्र बलों में सबसे अधिक रिकॉर्ड 89 पीएमजी और 58 पीएम पुरस्कार हासिल किए हैं। सीआरपीएफ पीपीएम पुरस्कार हासिल करने वालों में चौथे स्थान पर रहा।
पीएमजी पुरस्कार सूची में सीआरपीएफ के बाद जम्मू एवं कश्मीर पुलिस (37), ओडिशा पुलिस (11), सीमा सुरक्षा बल (10), महाराष्ट्र पुलिस (8), छत्तीसगढ़ पुलिस (6), दिल्ली व मेघालय पुलिस को पांच-पांच, असम पुलिस को तीन और बिहार, पंजाब व उत्तर प्रदेश पुलिस को एक एक पदक हासिल हुए हैं।
खुफिया ब्यूरो ने सबसे अधिक आठ पीपीएम पुरस्कार हासिल किए, और इसके बाद केंद्रीय जांच ब्यूरो व उत्तर प्रदेश पुलिस ने छह-छह, सीआरपीएफ ने पांच, गुजरात, मध्य प्रदेश और ओडिशा पुलिस व सीमा सुरक्षा बल ने चार-चार, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस व दिल्ली, महाराष्ट्र, राजस्थान और तमिलनाडु पुलिस बलों को तीन-तीन, आंध्र प्रदेश, असम, मणिपुर, पंजाब, तेलंगाना, उत्तराखंड व पश्चिम बंगाल पुलिस को दो-दो और बिहार, छत्तीसगढ़, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू एवं कश्मीर, मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा, चंडीगढ़ और लक्षद्वीप पुलिस को एक-एक पदक हासिल हुए हैं।
सशस्त्र सीमा बल, राष्ट्रीय जांच एजेंसी, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल, गृह मंत्रालय और रेलवे को भी एक-एक पदक हासिल हुए हैं।