वैज्ञानिकों ने संचार में सक्षम वस्त्र विकसित किए
न्यूयॉर्क, 12 अगस्त (आईएएनएस)| अनुसंधानकर्ताओं ने पहली बार ऐसे रेशे विकसित किए हैं, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स छिपे हुए हैं और ये इलेक्ट्रिॉनिक्स इतने लचीले हैं कि उन्हें मुलायम धुलाई लायक कपड़ों में बुना जा सकता है और उससे पहने जाने लायक परिधान बनाए जा सकते हैं।
धुलाई योग्य कपड़ों में प्रकाश-उत्सर्जित करने वाले डायोट (एलईडी) और डायोड फोटोडिटेक्टर सहित उच्च गति के ऑप्टोइलेक्ट्रॉनिक सेमीकंडक्टर डिवाइसेस को अंतस्थापित कर देने से इन कपड़ों से ऐसे परिधान बनाने का रास्ता साफ हो गया है, जो अन्य डिवाइसेस के साथ ऑप्टिकली संपर्क स्थापित कर सकते हैं।
इस खोज के बारे में ‘नेचर’ नामक पत्रिका में जानकारी दी गई है।
बोस्टन स्थित मेसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्न ॉलॉजी (एमआईटी) के अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि यह खोज रेशों के लिए एक नए ‘मूर नियम’ का रास्ता खोल सकती है, दूसरे शब्दों में एक तीव्र प्रगति का रास्ता, जिसमें रेशों की क्षमता तेजी से और गुणात्मक रूप से विकसित होगी।
इन नए रेशों को विकसित करने के लिए प्रमुख सफलता बालू के एक कण के आकार के प्रकाश उत्सर्जक अर्धचालक डायोड्स और एक बाल जितने मोटे तांबे के एक जोड़ी तार को एकसाथ जोड़ना था।
रेशे बनाने के लिए जब एक भट्ठी में गर्म किया गया तो पॉलीमर ने आंशिक रूप से तरल बन गया और एक लंबे रेशा तैयार हो गया, जिसके मध्य में डायोड्स लगे हुए थे और तांबे के तारों से जुड़े हुए थे।
युनिवर्सिटी के योएल फिंक ने कहा, हम आने वाले वर्षो में रेशों में ‘मूर नियम’ के सदृश एक नियम के सामने आने की उम्मीद कर रहे हैं।