मालदीव में राजनीतिक प्रक्रिया बहाल करने का मोदी का आह्वान
नई दिल्ली, 12 अगस्त (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मालदीव में राजनीतिक प्रक्रिया बहाल करने का आह्वान किया।
मोदी ने रविवार को टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित एक साक्षात्कार में कहा है, एक करीबी और मित्र पड़ोसी होने के नाते भारत एक स्थिर, शांतिपूर्ण और समृद्ध मालदीव को देखने की इच्छा रखता है, जो अपने नागरिकों की अकांक्षाओं को पूरा करता हो।
उन्होंने कहा, वहां के हाल के राजनीतिक घटनाक्रम हालांकि अंतर्राष्ट्रीय चिंता का विषय बना हुआ है।
मोदी ने कहा, हमें आशा है कि मालदीव सरकार राजनीतिक प्रक्रिया शीघ्र बहाल करेगी और न्यायापालिका समेत लोकतांत्रिक संस्थानों को स्वतंत्र रूप से निष्पक्ष व पारदर्शी तरीके से कार्य करने देगी। इससे राष्ट्रपति चुनाव के लिए अनुकूल माहौल तैयार होगा।
भारत और मालदीव के बीच रिश्ते बीते फरवरी में राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन द्वारा आपातकाल लागू करने के बाद थोड़े खराब हुए हैं। हालांकि बाद में आपातकाल को हटा लिया गया था।
नेपाल के संबंध में मोदी ने कहा, नई दिल्ली और काठमांडू पिछले हजारों वर्षो से ऐतिहासिक, करीबी, दोस्ताना और पारिवारिक संबंध साझा करते हैं।
उन्होंने कहा, हमने रक्षा, सुरक्षा, व्यापार, निवेश और विकास साझेदारी सहित सभी क्षेत्रों में मजबूत संबंधों से इस रिश्ते को मजबूत किया है। जिसके परिणामस्वरूप आज यह रिश्ता बेहद व्यापक और अविश्वसनीय रूप से गहरा हो चुका है।
चीन के प्रति नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली द्वारा लगाव दिखाने के सवाल पर मोदी ने कहा, यह चीन और अन्य किसी भी देश के लिए प्रत्यक्ष रूप से सामान्य है कि वह पड़ोसियों समेत अन्य के साथ अपने रिश्ते कैसे रखता है।
श्रीलंका के लिए मोदी ने आशा जताई कि कोलंबो भारतीय सुरक्षा हितों को अपने दिमाग में रखेगा।
मोदी ने कहा, श्रीलंका के साथ हमारे रिश्ते काफी गहरे, बहुआयामी और स्थायी हैं। यह अपने ऊपर खड़े हैं, यह हमारे या श्रीलंका के किसी तीसरे देश के साथ रिश्तों पर निर्भर नहीं हैं।
उन्होंने कहा, हमें कोई संदेह नहीं है कि हमारे श्रीलंका मित्र हमारी सुरक्षा चिंताओं और संवेदनाओं को ध्यान में रखेंगे।