द्रमुक ने करुणानिधि के लिए भारत रत्न मांगा
नई दिल्ली, 10 अगस्त (आईएएनएस)| द्रविड़ मुनेत्र कड़गम(द्रमुक) ने शुक्रवार को पार्टी के पितामह एम. करुणानिधि के लिए देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न की मांग की है। करुणानिधि का चेन्नई में सात अगस्त को निधन हो गया। पार्टी ने कहा है कि यह सम्मान तमिलनाडु के दिवंगत नेता के उत्कृष्ट और अनुकरणीय काम, जिसने इतिहास में अपनी छाप छोड़ी है, को वास्तविक श्रद्धांजलि होगी।
पांच दशकों तक द्रमुक की अगुवाई करने वाले करुणानिधि अपने पांच कार्यकाल के दौरान 19 वर्षो तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे।
राज्यसभा में शून्य काल के दौरान मामले को उठाते हुए द्रमुक के तिरुचि शिवा ने कहा कि करुणानिधि ‘देश के बड़े नेता और द्रविड़ योद्धा थे।’
उन्होंने कहा, वह 100 साल से केवल पांच वर्ष कम जीए, जिसमें से उन्होंने 80 वर्ष सार्वजनिक जीवन को दिए। वंचितों के कल्याण के लिए काम किया, पिछड़े और वंचित लोगों के लिए काम किया।
शिवा ने कहा, वह बेहतरीन वक्ता, एक ऊर्जावान लेखक, एक दार्शनिक, मानवतावादी और नाटककार थे। वह एक अभिनेता भी थे और उन्होंने लगभग 80 फिल्मों के लिए पटकथा भी लिखी।
उन्होंने कहा कि करुणानिधि ‘बेजोड़’ थे और उन्होंने जीवन के हर क्षेत्र में अपनी छाप छोड़ी।
द्रमुक सांसद ने कहा, उनके जीवन को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। वह एक निष्ठावान और बिना थके काम करने वाले योद्धा थे। वह सामाजिक न्याय, धर्मनिरपेक्षता, राज्य स्वायत्तता और आत्मसम्मान के लिए अपनी अंतिम सांस तक लड़ते रहे।
उन्होंने कहा, मैं सरकार से आग्रह करूंगा कि उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न दिया जाए, जोकि उनके उत्कृष्ट और अनुकरणीय काम, जिसने इतिहास में अपनी छाप छोड़ी है, को वास्तविक श्रद्धांजलि होगी।