IANS

तिब्बती चीन का हिस्सा बनने को तैयार : दलाई लामा

बेंगलुरू, 10 अगस्त (आईएएनएस)| तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने शुक्रवार को कहा कि अगर तिब्बतियों की संस्कृति को सुरक्षित रखने की पूरी गारंटी दी जाती है तो तिब्बती चीन का हिस्सा बनने के लिए तैयार हैं। आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने यहां आयोजित ‘धन्यवाद कर्नाटक’ कार्यक्रम में कहा, तिब्बती अपनी स्वतंत्रता नहीं मांग रहे हैं। हम चीनी जनवादी गणराज्य के साथ बने रहने के लिए तैयार हैं, लेकिन हमें अपनी संस्कृति को सुरक्षित रखने लिए पूरा अधिकार दिया जाए।

इस कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (सीटीए) ने किया। यह कार्यक्रम ‘धन्यवाद भारत-2018’ का एक हिस्सा है, जिसका आयोजन भारत में रह रहे तिब्बती समुदाय ने देश में अपने 60 वर्षो के निर्वासन को चिन्हित करने के लिए किया है।

नोबेल पुरस्कार विजेता ने कहा, बौद्ध धर्म का पालन करने वाले कई चीनी नागरिक तिब्बती बौद्ध धर्म को लेकर उत्सुक है, क्योंकि इसे वैज्ञानिक पद्धति माना जाता है।

पूर्वोत्तर तिब्बत के तक्तसेर गांव में पैदा हुए दलाई लामा को दो साल की उम्र में ही धर्मगुरु की मान्यता दी गई। माना गया कि उनका 13वें दलाई लामा थुबतेन ग्यातो के रूप में पुनर्जन्म हुआ है। वह वर्ष 1959 में चीनी शासन के खिलाफ असफल विद्रोह के बाद भारत चले आए।

चीन ने वर्ष 1950 में तिब्बत पर कब्जा कर लिया और हजारों तिब्बतियों को अपना पहाड़ी देश छोड़कर भारत के हिमाचल प्रदेश में शरणार्थी के रूप में बसने को मजबूर होना पड़ा।

Show More

Related Articles

Back to top button
Close
Close