असम : राजबोंगशी समुदाय के विरोध प्रदर्शन में कई लोग घायल
गुवाहाटी, 6 अगस्त (आईएएनएस)| असम के कोकराझार जिले में सोमवार को ट्रेन की आवाजाही रोकने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने की पुलिस की कार्रवाई में 12 लोग घायल हो गए। ट्रेन की आवाजाही को बाधित करने का प्रयास करने वाले प्रदर्शनकारी कोच राजबोंगशी समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) श्रेणी में शामिल करने की मांग कर रहे थे।
पुलिस ने गोसाइगांव इलाके के सौतारा में प्रदर्शनकारियों के रेल रोको आंदोलन को खत्म करने के लिए लाठीचार्ज किया और हवा में गोलियां भी चलाईं।
प्रदर्शन के कारण राज्य में ट्रेनों की आवाजाही बाधित रही।
एकेआरएसयू नेता हितेश बर्मन ने आईएएनएस से कहा, यह घटना पूर्वान्ह करीब 1.30 बजे की है, जब पुलिस ने अचानक लाठीचार्ज शुरू कर दिया। कोच राजबोंगशी सनमिलानी के 15 नेताओं को गिरफ्तार किया गया।
सनमिलानी, कोच राजबोंगशी समुदाय और आल कोच राजबोंगशी स्टूडेंट यूनियन ( एकेआरएसयू) का संयुक्त संगठन है। इसी संगठन ने रेल रोको आंदोलन का आह्वान किया था।
सैकड़ों लोग सोमवार को सौतारा में रेलवे ट्रैक पर आकर बैठ गए। सनमिलानी द्वारा बंद के आह्वान के बाद यह किया गया। इस बंद का समर्थन एककेआरएसयू और अन्य संगठनों ने किया था।
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए लोगों में कोच राजबोंगशी सनमिलानी के अध्यक्ष रणजीत राय और एकेआरएसयू के महासचिव बिपुल राय भी शामिल हैं।
राय ने कहा, हमें अपने रेल रोको अभियान को फिर से बहाल करना होगा, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्र और राज्य सरकार हमारे कोच राजबोंगशी समुदाय को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग नहीं मान रही है।
उन्होंने कहा, भाजपा नेतृत्व वाले एनडीए ने 2016 में सत्ता में आने के बाद हमें छह माह के भीतर अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने का आश्वासन दिया था, लेकिन चुनाव जीतने के बाद वह अपना वादा भूल गए।
कई जगहों पर ट्रेनों की आवाजाही बाधित की गई। पूर्वोत्तर फ्रंटियर रेलवे के मुख्य प्रवक्ता प्रणव ज्योति शर्मा ने कहा कि राजधानी एक्सप्रेस और गुवाहाटी-बैंगलोर एक्सप्रेस को वैकल्पिक मार्गों के जरिए चलाया गया।
–आईएएनएस