उप्र : दुष्कर्म के आरोपी ने पीड़िता के पति को फंसाया
चित्रकूट, 2 अगस्त (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश में चित्रकूट जिले की सदर कोतवाली क्षेत्र के करारी गांव में एक अधेड़ का शव कथित रूप से फांसी के फंदे से लटका पाए जाने के मामले में एक दुष्कर्म पीड़िता ने आरोप लगाया है कि आरोपी ने इस मामले से बचने के लिए अपने पिता की हत्या कर दी और उसके पति सहित मौजूदा ग्राम प्रधान व अन्य चार लोगों को फंसा दिया। पुलिस ने पीड़िता के बयान के आधार पर बुधवार की देर शाम हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया। मृतक के बेटे के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दो सप्ताह पहले अदालत के आदेश पर दर्ज किया गया था।
एससी/एसटी न्यायालय (एफटीसी) में सीआरपीसी की धारा-156(3) के तहत प्रार्थनापत्र देकर करारी गांव के राजाभैया सिंह के खिलाफ मुकदमा अपराध संख्या-492/18, धारा-376, 323, 504 और 3(2)5 एसस्ी-एसटी एक्ट के तहत 17 जुलाई को मामला दर्ज कराने वाली दलित महिला ने गुरुवार को पुलिस अधीक्षक चित्रकूट को दिए शिकायती पत्र में कहा कि सोमवार से लेकर बुधवार तक लगातार वह अपने पति के साथ धारा-161 सीआरपीसी के बयान दर्ज कराने और चिकित्सीय जांच के लिए कर्वी कोतवाली में मौजूद रही।
दलित महिला के मुताबिक, बुधवार को उसकी चिकित्सीय जांच हो पाई है और गुरुवार को सीओ सदर उसका अदालत में धारा-164 के तहत बयान दर्ज कराने वाले थे। लेकिन इसी बीच मंगलवार की रात दुष्कर्म का आरोपी राजाभैया सिंह जमीनी विवाद के चलते अपने पिता दादू भाई सिंह (62) की खुद हत्या कर गांव से बाहर नाले के पास बबूल के पेड़ पर फांसी पर लटका दिया और उसके पति कल्लू, भतीजा सुशील व देवर कमलेश के अलावा मौजूदा ग्राम प्रधान कोदा कोरी और ग्राम प्रधान के दो सगे भाइयों रामकुमार व मिठाईलाल के खिलाफ अपने छोटे भाई रज्जू से फर्जी हत्या का मुकदमा दर्ज करवा दिया।
उसने बताया कि कर्वी कोतवाली पुलिस ने उसके पति और भतीजा सुशील व ग्राम प्रधान को बुधवार की रात करीब साढ़े दस बजे हिरासत में लिया। पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि दुष्कर्म का आरोपी अपराधी किस्म का है और कुछ साल पहले अपनी पत्नी की जहर देकर हत्या कर चुका है।
दुष्कर्म पीड़ित महिला ने अपनी शिकायत में सवाल उठाया कि राजाभैया न तो अपने पिता का शव देखने घटनास्थल गया और न ही पोस्टमॉर्टम के समय ही मौजूद रहा, आखिर क्यों? उसने कहा कि अगर पुलिस राजाभैया और उसके चाचा मुन्ना सिंह से पूछताछ करगी तो दोषी सामने आ जाएगा और निर्दोष बच जाएंगे।
इस पूरे मामले में सदर कोतवाली के निरीक्षक अनिल सिंह का कहना है कि कुछ नामजद आरोपियों को पूछताछ के लिए कोतवाली बुलाया गया है। मृतक का बड़ा बेटा घर से गायब है, उसकी तलाश की जा रही है।
उधर, पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार झा ने गुरुवार को कहा कि घटना की निष्पक्ष जांच कराई जा रही है, दोषी पर मुरव्वत नहीं होगी।