गूगल ‘डॉक्स’ के लिए ‘ग्रामर सजेशंस’ का कर रही है परीक्षण
सैन फ्रांसिस्को, 25 जुलाई (आईएएनएस)| गूगल अपने वर्ड प्रोसेसर एप ‘गूगल डॉक्स’ के लिए एक टूल ‘ग्रामर सजेशंस’ का परीक्षण कर रही है, जिसे सीधे स्पेल-चेकिंग टूल में समेकित किया जाएगा, जो यूजर्स को ग्रामर की गलतियों से बचने में मदद करेगी। एंड्रायड हेडलाइन्स की मंगलवार देर रात की र्पिोट में कहा गया कि नया टूल ग्रामर की संभावित गलतियों को ब्लू लाइन से रेखांकित करेगा। यह अभी विकास के चरण में है और यह सबसे पहले गूगल के अली एडोप्टर प्रोग्राम (ईएपी) के आवेदकों को उपलब्ध होगा।
फीचर से भरपूर यह चेकर यूजर्स को तब तक इंतजार करने की अनुमति देगा, जब तक कि पूरा डाक्युमेंट टाइप नहीं कर लेते। उसके बाद यह संभावित गलतियों को ठीक करने का विकल्प देगा।
रिपोर्ट में कहा गया, गूगल ने कहा कि उसका ग्रामर चेकर उसी मशीन लर्निग एल्गोरिदम से संचालित है, जो स्पेल चेकर और नेचुरल लैंगवेज सर्च फीचर को चलाता है। इसका मतलब यह है कि इस टूल समय के साथ लगातार सुधार होता रहेगा।