पाकिस्तान अनिश्चितता और आतंक के साए के बीच चुनाव के लिए तैयार
इस्लामाबाद, 24 जुलाई (आईएएनएस)| आतंकवादी हमलों और सेना के हस्तक्षेप के आरोपों और अव्यवस्थित तथा अप्रिय चुनाव अभियान की समाप्ति के बाद पाकिस्तानी जनता एक नई नेशनल एसेंबली और प्रांतीय विधानसभाओं को चुनने के लिए बुधवार को मतदान करेगी।
इस समय जबकि भ्रष्टाचार के आरोपो में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अपनी बेटी और दामाद के साथ जेल में बंद हैं, मुख्य मुकाबला शरीफ की हतोत्साहित पार्टी ‘पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज’ (पीएमएल-एन), क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के बीच है। इसके साथ ही यहां कई छोटी पार्टियां भी चुनाव में अपना किस्मत आजमा रही हैं।
इमरान के विरोधियों के अनुसार उनकी पार्टी को सेना और खुफिया संस्था ‘इंटर-सर्विसिस इंटेलिजेंस’ (आईएसआई) का समर्थन प्राप्त है, जिस वजह से कहा जा रहा है कि उन्हें अपने विरोधियों के खिलाफ थोड़ी बढ़त हासिल है। खान का दावा है कि वह देश की अब तक की पारंपरिक राजनीतिक पार्टियों को मात देकर ‘नया पाकिस्तान’ बनाएंगे।
मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का बेटा हाफिज तल्हा और दामाद खालिद वलीद भी मैदान में हैं। यह दोनों उन 260 उम्मीदवारों में शामिल हैं, जिन्होंने 2011 में पंजीकृत हुई ‘अल्लाह-ओ-अकबर तहरीक’ के उम्मीदवार के रूप में नामांकन किए हैं।
लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकार का कार्यकाल 31 मई को पूरा हो गया, लेकिन तब पाकिस्तान में उथल-पुथल की स्थिति थी और चुनाव में आगे माने जाने वाले इमरान खान ने नवाज शरीफ पर लगातार हमले शुरू कर दिए। नवाज शरीफ को भ्रष्टाचार के मामले में अदालत ने प्रधानमंत्री के पद से हटा दिया।
चुनाव अभियान के अंतिम दिन इमरान खान ने पीएमएल-एन के मजबूत गढ़ लाहौर में चार रैलियां की। पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने अपनी पार्टी के लिए चुनाव अभियान की समाप्ति पंजाब के डेरा गाजी खान में एक जनसभा से की। पीपीपी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने अपने समर्थकों को उनके पारंपरिक गढ़ सिंध में संबोधित किया। इससे पहले उन्होंने अपनी दिवंगत मां बेनजीर भुट्टो और दादा जुल्फिकार अली भुट्टो को श्रद्धांजलि अर्पित की।
मतदान बुधवार सुबह आठ बजे से शाम छह बजे तक होगा। आम चुनाव में 272 सीटों के लिए लगभग 100 राजनीतिक दल चुनाव मैदान में हैं।
आतंकवादी हमलों के डर के बीच देश में ऐसी कई रैलियां हुई, जहां हजारों लोग नेताओं को सुनने पहुंचे। उम्मीदवारों ने घर-घर जाकर भी लोगों से अपने लिए समर्थन मांगा। मेनस्ट्रीम टेलीविजन और सोशल मीडिया ने अभियान में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
चुनाव अभियान के दौरान हुई आतंकवादी घटनाओं में तीन उम्मीदवारों समेत लगभग 200 लोग मारे गए।
कुल 3549 उम्मीदवार 272 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। अन्य 60 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित हैं, जबकि 10 फीसदी सीटें हिंदुओं सहित अन्य धार्मिक अल्पसंख्यों के लिए आरक्षित हैं।
चुनाव के दिन लगभग 16 लाख कर्मी ड्यूटी पर रहेंगे। लगभग पांच लाख पुलिसकर्मी तैनात होंगे, जिनमें 2,02,100 पंजाब और इस्लामाबाद में तथा 1,00,500 पुलिसकर्मी सिंध में तैनात होंगे।
अदियाला जेल में बंद शरीफ ने पाकिस्तानियों से एक ‘ऐसा जनादेश देने को कहा जो उन सभी जनादेशों को समाप्त कर दे, जिसने पाकिस्तान को न्याय का एक कब्रिस्तान बना दिया है।’
अपने रैलियों में आक्रामक रुख अख्तियार करने वाले इमरान खान ने सोमवार रात को विशाल रैलियों में कहा कि शरीफ का विकास करने का दावा केवल ‘विज्ञापनों में है।’ उन्होंने लोगों से पाकिस्तान की किस्मत बदलने की अपील की।
पीएमएल-एन अध्यक्ष और शरीफ के छोटे भाई शहबाज शरीफ ने सोमवार को जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी जीतेगी।
निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी के अनुसार, सिंध में 5,878, पंजाब और इस्लामाबाद में 5,487, खैबर पख्तूनख्वा में 3,874 और संघशासित जनजातीय संघ (एफएटीए) तथा बलूचिस्तान में 1,768 मतदान केंद्रों को अति संवेदनशील घोषित किया गया है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) सरदार रजा खान ने अपने एक विशेष संदेश में जनता से मतदान करने की अपील की है। उन्होंने स्वतंत्र और निष्पक्ष मतदान की वादा किया।