मृण्मय बरुआ की चित्र-कृतियों की प्रदर्शनी 28 जुलाई से
नई दिल्ली, 23 जुलाई (आईएएनएस)| चर्चित चित्रकार मृण्मय बरुआ के बनाए चित्रों की एकल प्रदर्शनी यहां के इंडिया हैबिटेट सेंटर की विजुअल आर्ट गैलरी में 28 से 31 जुलाई तक चलेगी।
प्रदर्शनी में ऐसे चित्र लगाए जाएंगे, जो लोगों की आंतरिक भावनाएं प्रतिबिंबित करते हों। यह प्रदर्शनी कला प्रेमियों को भावनाओं की सैर कराएगी। मृण्मय मानते हैं कि चित्रकारी कविता या कहानी की तरह है। साहित्य में जो काम शब्द करते हैं, वही काम चित्रकार की तूलिका करती है। उनके बनाए चित्रों में मनुष्य की स्वतंत्रता, उत्साह, जीवन और आध्यात्मिकता की भावनाएं झलकती हैं।
मृण्मय बरुआ का जन्म 1972 में कोलकाता में हुआ था। उनका मानना है कि कला के प्रति जुनून उन्हें अपने दादाजी से विरासत में मिला है। उनके दादाजी स्वतंत्रता सेनानी थे। मृण्मय 24 साल की अपनी लंबी व्यावसायिक यात्रा में चित्रों की अपनी अनूठी शैली के लिए जाने जाते हैं।
उन्होंने वर्ष 1996 में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि प्राप्त की और वर्ष 1998 में दिल्ली कॉलेज ऑफ आर्ट्स से स्नातकोत्तर की डिग्री ली। वह अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार सहित लखनऊ की ललित कला अकादमी, दिल्ली की साहित्य कला परिषद से पुरस्कृत हैं। उन्होंने बिड़ला अकादमी (कोलकाता), ललित कला अकादमी (असम) और कला खजाना की विभिन्न प्रतिष्ठित प्रदर्शनियों में भी भाग लिया है।