प्रख्यात कवि गोपाल दास नीरज का निधन
नई दिल्ली, 19 जुलाई (आईएएनएस)| हिंदी के प्रख्यात गीतकार और कवि गोपाल दास नीरज का गुरुवार को यहां के एम्स में देर शाम 7: 35 बजे निधन हो गया।
मंगलवार को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें आगरा के लोटस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, लेकिन तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें एम्स लाया गया, जहां उन्होंने आखिरी सांस ली। नीरज के पुत्र शशांक प्रभाकर ने बताया, सांस लेने में तकलीफ के बाद पिताजी को एम्स के आपातकालीन विभाग के आईसीयू में भर्ती कराया गया, उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया था। चिकित्सकों ने पूरी कोशिश की, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
उन्होंने बताया कि महान कवि का पार्थिव शरीर शुक्रवार को पहले आगरा में उनके अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा, उसके बाद अलीगढ़ ले जाया जाएगा, जहां उनकी अंत्येष्टि होगी।
आगरा के अस्पताल से लेकर अंतिम क्षणों तक कवि नीरज की बेटी कुंदनिका शर्मा (पूर्व पार्षद) उनके साथ थीं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कवि नीरज के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के पुरवली गांव में चार जनवरी, 1925 को जन्मे गोपाल दास नीरज हिंदी मंचों के प्रसिद्ध कवियों में शुमार थे। उन्होंने बॉलीवुड फिल्मों को भी कई सुपरहिट गाने दिए। उन्हें उनकी उत्कृष्ट रचनाओं के लिए कई बार सम्मानित किया गया था। उन्होंने तीन बार फिल्म फेयर अवार्ड भी अपने नाम किया था।
मशहूर कवि और गीतकार गोपाल दास नीरज को 1991 में पद्मश्री और 2007 में पद्मभूषण सम्मान से भी नवाजा गया था। साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार ने भी यश भारती सम्मान से सम्मानित कर उनके दमदार लेखनी को सराहा था।
गोपालदास को सांस लेने में तकलीफ थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बुधवार को तबीयत में सुधार की भी खबरें आई थीं, लेकिन गोपालदास ने आखिर में दुनिया को अलविदा कह ही दिया।