भारत, ईरान ने आर्थिक सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की
नई दिल्ली, 16 जुलाई (आईएएनएस)| विदेश सचिव विजय गोखले और ईरानी उप विदेश मंत्री सैयद अब्बास अरघची के बीच सोमवार को यहां हुई प्रतिनिधिमंडल स्तरीय बैठक के दौरान भारत और ईरान ने आर्थिक सहयोग मजबूत करने और संपर्क बढ़ाने पर बातचीत की।
विदेश मंत्रालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों ने इस साल फरवरी में ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी के भारत दौरे के दौरान लिए गए फैसलों के कार्यान्वयन में प्रगति की समीक्षा की। खासतौर से दोनों पक्षों ने संपर्क बढ़ाने और व्यापार एवं आर्थिक मसलों के साथ-साथ एक-दूसरे देशों के लोगों के बीच आदान-प्रदान को बढ़ावा देने में सहयोग को मजबूती प्रदान करने के मसलों पर चर्चा की।
रूहानी के दौरे के दौरान दोनों देशों ने रणनीतिक चाबाहार बंदरगाह के संबंध में संकल्प समेत नौ समझौतों पर हस्ताक्षर कर व्यापक संबंध स्थापित किए थे।
विदेश मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी बयान में कहा गया है कि संयुक्त व्यापक कार्य-योजना को लेकर उत्पन्न मसलों का समाधान करने के लिए विभिन्न पक्षों द्वारा किए गए प्रयासों समेत दोनों पक्षों ने आपसी हितों के क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
इसी साल अमेरिका ने ईरान के साथ 2015 में ईरान, यूरोपीय संघ और जर्मनी सहित संयुक्त राष्ट्र के पांच स्थायी सदस्यों के बीच किए गए परमाणु करार से खुद को अलग कर लिया और ईरान पर प्रतिबंध लगा दिया।
हालांकि भारत ने स्पष्ट कहा कि वह देश विशेष के प्रतिबंध को नहीं मानता है।
ईरान भारत को दूसरा सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्ति करने वाला देश है, जो रोजाना 4.25 लाख बैरल तेल भारत को देता है। ईरान के तेल और गैस उद्योग में सबसे बड़े विदेशी निवेशकर्ताओं में भारत शुमार है।
भारत ईरान और अफगानिस्तान संयुक्त रूप से ईरान के दक्षिण-पश्चिमी तट पर स्थित चाबाहार बंदरगाह का विकास कर रहे हैं।