बंगाल की खाड़ी में 185 किलो की मार्लिन मछली पकड़ी गई
कोलकाता, 12 जुलाई (आईएएनएस)| बंगाल की खाड़ी के किनारे के भाग में 185 किलो की एक काली मार्लिन मछली पकड़ी गई है। आम तौर पर यह मछली प्रशांत सागर में पाई जाती है।
मत्स्य पालन विशेषज्ञ का कहना है कि मछलियां ग्लोबल वार्मिग व खाने की तलाश की वजह से पलायन कर रही हैं।
पूर्वी मिदनापुर जिले के अतिरिक्त मत्स्य पालन निदेशक (मरीन) रामकृष्ण सरदार ने कहा, मार्लिन मछलियां आम तौर पर ठंडे क्षेत्र में पाई जाती है और आश्चर्यजनक तौर पर यह बंगाल की खाड़ी में पाई गई है।
रामकृष्ण सरदार के अनुसार, मार्लिन को ओडशा के धणरा में एक मछुआरे ने पकड़ा है। उसने मंगलवार को 11 फुट लंबी मछली को पश्चिम बंगाल के दीघा के सी रिसॉर्ट में 8,500 में बेचा।
सरदार ने कहा, यह सबसे तेज तैरने वाली मछलियों में एक है जिसकी रफ्तार 129 किमी प्रति घंटा है। यह पानी की सतह से 70 से 80 फीट ऊपर कूद सकती है।
उन्होंने कहा कि उपरोक्त कारणों की वजह से यह मछली अमेरिका में काफी लोकप्रिय है और यह एक खेल गतिविधि का हिस्सा है, जिसमें लोग इसे पकड़ने की कोशिश करते हैं।
मार्लिन एक प्रवासी प्रजाति है, यह गर्म धाराओं में सैकड़ों या हजारों मील की दूरी तय कर सकती है।