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उत्तराखंड में हरेला पर्व के मौके पर लोगों को निशुल्क बांटे जाएंगे औषधीय पौधे

जिला भेषज विभाग और वन विभाग की मदद से बांटे जाएंगे जुड़ी-बूटियों व दूसरी प्रजातियों के पौधे

उत्तराखंड में मनाए जाने वाले ‘हरेला पर्व’ के मौके पर प्रदेश सरकार स्थानीय स्तर पर जुड़ी-बूटी/औषधीय पौध प्रजातियों यथा-तेजपात, आंवला व रीठा जैसे पौधों को बांटने की योजना बना रही है।

उत्तराखंड के निबन्धन एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी भेषज विभाग डॉ.मेहरबान सिंह बिष्ट ने बताया कि ‘हरेला पर्व’ में प्रदेश के जनपदीय भेषज संघों व भेषज विकास इकाईयों के माध्यम से स्थानीय स्तर पर जुड़ी-बूटी/औषधीय पौध प्रजातियों यथा-तेजपात, आंवला व रीठा जैसे पौधों को वितरित किया जाना है।

हरेला पर्व के मौके पर जिला भेषज समन्वयकों को निर्देशित किया गया है कि, वे संघ नर्सरी में उपलब्ध जडी-बूटी/औषधीय पौध प्रजातियों को हरेला पर्व के अवसर पर नागरिकों व सरकारी विभागों के प्रांगण में रोपण के लिए निःशुल्क वितरित करने का प्रबंध करें।

” जनपद में नर्सरी न होने या नर्सरी में पौध उपलब्ध न होने की दशा में जिला भेषज समन्वयक के माध्यम से वन विभाग व निकटस्थ भेषज संघ के सचिवों से संपर्क कर पौध की मांग करें,उनकी मदद से निःशुल्क पौध उपलब्ध कराया जाता है, तो पौध प्राप्त कर ‘हरेला पर्व’ में पौध वितरण की व्यवस्था की जाए।” मुख्य कार्यकारी अधिकारी भेषज विभाग डॉ.मेहरबान सिंह बिष्ट ने आगे बताया।

बिष्ट ने भेषज संघ सचिवों को यह भी निर्देश दिए हैं कि जनपदीय नर्सरी में पर्याप्त मात्रा में पौध की अनुपलब्धता पर निकटस्थ जनपदों की मांग के अनुसार पौध उपलब्ध कराएं।

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