मेनका गांधी ने निर्भया मामले में अदालत के फैसले का स्वागत किया
नई दिल्ली, 9 जुलाई (आईएएनएस)| केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने सोमवार को सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्भया सामूहिक दुष्कर्म व हत्या मामले के दोषियों की फांसी की सजा को बरकरार रखने के फैसले का स्वागत किया और कहा कि वह फैसले से संतुष्ट हैं। मेनका गांधी ने कहा, निर्भया सामूहिक दुष्कर्म एवं हत्या मामले के दोषियों की फांसी की सजा को बरकरार रखने के सर्वोच्च न्यायालय के फैसले से मैं संतुष्ट हूं।
प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति दीपक मिश्रा, न्यायमूर्ति आर. भानुमति और न्यायमूर्ति अशोक भूषण की पीठ ने पांच मई, 2017 को सुनाई गई फांसी की सजा पर रोक लगाने की दोषियों की समीक्षा याचिका को खारिज कर दिया।
मेनका ने कहा कि नाबालिगों के साथ दुष्कर्म करने वाले दोषियों को फांसी की सजा देने वाला नया अध्यादेश ऐसे अपराधों के खिलाफ निवारक के रूप में कार्य करेगा।
उन्होंने कहा, मध्य प्रदेश की एक अदालत ने हाल ही में नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म मामले में फांसी की सजा दी है। यह नए कानून के प्रभावी होने के बाद पहला फैसला था। आशा है कि सरकार द्वारा उठाए गए सख्त कदम काम कर रहे हैं।