भारतीय दवाओं पर आयात शुल्क घटाने पर चीन, भारत में समझौता
बीजिंग, 9 जुलाई (आईएएनएस)| चीन ने सोमवार को कहा कि उसने भारत के साथ कैंसर रोधी दवाओं सहित अन्य दवाओं पर आयात शुल्क घटाने का समझौता किया है।
चीन में कैंसर की दवाइयां बेहद महंगी हैं।
चीन ने कहा कि वह भारत व अन्य देशों के ज्यादा सामनों पर करों में राहत देगा, क्योंकि अमेरिका के साथ उसका व्यापार युद्ध तेज हो रहा है।
इससे पहले चीन ने 8,500 से ज्यादा भारतीय सामानों पर आयात शुल्क में कटौती की घोषणा की थी।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा, हमारा मानना है कि कैंसर रोधी दवाओं के आयात को विस्तार देना व शुल्क को कम करना भारत व क्षेत्र के दूसरे देशों को बड़ा अवसर देगा।
चुनयिंग ने हाल की एक लोकप्रिय चीनी फिल्म का जिक्र किया, जो ल्यूकेमिया रोगी के बारे में थी। यह रोगी चीन में क्रोनिक माइलोएड ल्यूकेमिया (सीएमएल) के मरीजों के लिए भारत से कम कीमत वाली जेनरिक कैंसर रोधी दवाओं का आयात करती व बेचती थी।
हुआ ने कहा, चीन में कैंसर रोधी दवाओं पर शून्य शुल्क लगाने को लेकर एक लोकप्रिय फिल्म ‘डाइंग टू सरवाइव’ है।
वह भारत के एशिया प्रशांत व्यापार समझौते के सदस्य देशों के 3,142 सामानों पर करों में कमी के फैसले के सवाल पर अपनी प्रतिक्रिया दे रही थीं। चीन ने भी इस समझौते पर हस्ताक्षर किया है।
हुआ ने कहा, एशिया प्रशांत व्यापार समझौते के नतीजे के अनुसार, हम 33 फीसदी शुल्क कम करने पर सहमत हैं, इसलिए भारतीय पक्ष की तरफ से शुल्क का कम करना इसी बातचीत का हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि चीन भी बातचीत की सहमति के आधार पर प्रासंगिक सामानों पर शुल्क दर लागू करेगा।
हुआ ने चीन व अमेरिका के बीच चल रहे व्यापार युद्ध का जिक्र करते हुए कहा, हमने अपने आयात को विस्तार देने का फैसला किया है। चीन ने ऐसा मुक्त व्यापार को कायम रखने और संरक्षणवाद के खिलाफ किया है। यह हमारे खुद के विकास की गति को बनाए रखने के लिए है।