मॉनसून से पहले नहीं हो पाई दिल्ली में नालों की सफाई
नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)| मॉनसून के दस्तक देने से पहले दिल्ली में नालों की सफाई नहीं हो पाई है। राज्य के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) की रपट बताती है कि 29 जून तक दिल्ली के सिर्फ 37 फीसदी नालों की सफाई हो पाई थी। रपट के अनुसार, पीडब्ल्यूडी के अधीन आने वाली दिल्ली की कुल 1,033 सड़कों में से सिर्फ 387 सड़कों के किनारे के नालों की सफाई पूरी तरह हो पाई थी।
नालों की सफाई की समय सीमा 30 जून थी। रपट बताती है कि विभाग ने करीब 30 फीसदी जगहों पर (1,033 में से 308) 25 फीसदी भी सफाई पूरी नहीं की थी।
पश्चिमी जोन में खासतौर से स्थिति चिंताजनक है, जहां सिर्फ 22 फीसदी सफाई पूरी हो पाई है। कुल 312 सड़कों में से सिर्फ 68 की पूरी तरह सफाई हो पाई है। जबकि करीब 48 फीसदी जगहों (312 में से 151) पर 25 फीसदी से भी कम काम हुआ है।
उत्तरी जोन में 466 जगहों में से सिर्फ 174 जगहों पर पूरी तरह सफाई हो पाई है। जबकि 143 जगहों पर विभाग ने 25 फीसदी भी काम पूरा नहीं किया है।
दक्षिणी जोन में कुल 255 जगहों में से 145 जगहों पर पूरी तरह सफाई हुई है, जबकि 14 जगहों पर 25 फीसदी से भी कम काम हो पाया है।
पीडब्ल्यूडी ने हालांकि अपने वरिष्ठ अधिकारियों को संबंधित इलाके में बारिश के दौरान जल-भराव की जांच करते रहने का निर्देश दिया है।
इसी सप्ताह हुई एक बैठक में मुख्य अभियंता राकेश कुमार अग्रवाल ने कार्य लंबित होने पर नाराजगी जताई और निर्देश दिया कि अगर कोई बड़ी समस्या नहीं हो तो काम एक-दो दिन में पूरा किया जाना चाहिए।
बैठक के विवरण के अनुसार, उन्होंने कहा, अधीनस्थ क्षेत्रीय कर्मचारियों के अलावा, अधीक्षण अभियंताओं को बारिश के दौरान संबंधित इलाकों का दौरा कर खुद स्थिति का जायजा लेने और जल-भराव की समस्या से निपटने के लिए टीम को लगाने का निर्देश दिया जाता है। संबंधित एमसीडी को भी जल-भराव की समस्या से निपटने की ओर ध्यान देना चाहिए।
दिल्ली के लोक निर्माण विभाग मंत्री सत्येंद्र जैन ने अप्रैल में घोषणा की थी कि 15 जून तक नालियों की सफाई का काम पूरा हो जाएगा। लेकिन बाद में यह समय सीमा 30 जून तक बढ़ा दी गई।