नेत्रदान के लिए लोगों को प्रोत्साहित करें : उपराष्ट्रपति
चेन्नई, 7 जुलाई (आईएएनएस)| उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने लोगों से स्वेच्छा से नेत्रदान करने की अपील की है तथा मीडिया एवं गैर सरकारी संगठनों से लोगों को इसके लिए प्रोत्साहित करने का आग्रह किया है।
उपराष्ट्रपति ने शनिवार को यहां 32वें इंट्राओकुलर इंप्लांट एवं रेफ्रैक्टिव सर्जरी सम्मेलन 2018 का उद्घाटन किया और उसके बाद निजी क्षेत्र एवं गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) से व्यापक नेत्र देखभाल सेवाएं प्रदान करने के सरकार के प्रयासों को बढ़ावा देने की अपील की। उन्होंने कहा कि इसके लिए पंचायती राज संस्थानों एवं शहरी स्थानीय निकायों को भी शामिल करने की जरूरत है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि बचाव संबंधी एवं उपचार संबंधी नेत्र देखभाल सेवाएं प्रदान करने के तंत्र को सुदृढ़ बनाने के लिए बहुकोणीय कार्यनीति बनाए जाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि भारत में विभिन्न प्रकार की नेत्र बीमारियों में विशिष्ट उपचार के लिए अच्छी एवं अत्याधुनिक नेत्र देखभाल सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में बहुत महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं, लेकिन रोगों के आकार को देखते हुए संबंधित सुविधाएं अभी भी पर्याप्त नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि मॉस मीडिया नेत्रदान को लोकप्रिय बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकता है। उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र के नेत्र अस्पतालों में गुणवत्तापूर्ण उपचार के लिए नवीनतम प्रौद्योगिकियां उपलब्ध कराई जानी चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में रहने वालों तक किफायती दर पर चिकित्सा सेवा अवश्य पहुंचनी चाहिए।
उपराष्ट्रपति ने दुख जताया कि बच्चों द्वारा वीडियो गेम्स, मोबाइल, कंप्यूटर, टेलीविजन का अत्यधिक उपयोग किए जाने से उनके नेत्र स्वास्थ्य पर बहुत प्रतिकूल असर पड़ा है, जिस पर अविलंब ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है।
राष्ट्रीय नेत्रहीनता नियंत्रण कार्यक्रम (एनपीसीबी) का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि देश में उपलब्ध ओपथैलमिक सर्जन की सेवाओं का पर्याप्त रूप से उपयोग नहीं किया जा रहा है, और इस पर तत्काल ध्यान दिए जाने की जरूरत है।