देवभूमि में नशे के व्यापार पर लगेगी लगाम, बड़ी संख्या में ड्रग्स इन्सपेक्टरों की होगी तैनाती
राज्य में 80 ड्रग्स इन्सपेक्टरों की आवश्यकता , लेकिन मात्र चार ड्रग्स इन्सपेक्टर कार्यरत
उत्तराखंड में नशे के बढ़ते प्रचलन पर कड़ाई से नियंत्रण के लिए बड़ी संख्या में ड्रग्स इन्सपेक्टरों की जल्द से जल्द व्यवस्था की जाएगी। महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सेलाकुई चौकी को थाने मे तब्दील किया जाएगा व यहां पर महिला पुलिस कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शनिवार को सचिवालय में राज्य में फार्मा उद्योग की प्रगति की समीक्षा के दौरान उक्त निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने युवाओं में नशे के बढ़ते प्रचलन पर गम्भीर चिन्ता जताते हुए निर्देश दिए कि जल्द से जल्द दवाईयों की जांच व नशे के व्यापार करने वालों पर कड़े नियंत्रण के लिए पर्याप्त संख्या में ड्रग्स इन्सपेक्टरों की व्यवस्था की जाए।
बैठक के दौरान सचिव स्वास्थ्य ने जानकारी दी कि राज्य की स्थापना के समय मात्र 1,500 मेडिकल स्टोर थे, जिनकी वर्तमान में संख्या 15000 तक पहुंच गई है। राज्य में 80 ड्रग्स इन्सपेक्टरों की आवश्यकता है जब्कि वर्तमान में मात्र चार ड्रग्स इन्सपेक्टर कार्यरत है।
” राज्य की दुर्गम पहाड़ी स्थिती को ध्यान में रखते हुए फार्मा उद्योग हेतु मशीनरी, कच्चा माल एवं पैकिंग के कारण दवाईयो की लागत बढ़ने की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए फार्मा इकाईयों को माल भाडे़ में अनुदान के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा।” मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आगे कहा।