कवि सम्मेलन के वार्षिक अधिवेशन में मंचों के बदलते स्वरूप व कविता पर होगी चर्चा
नौ जुलाई से हरिद्वार में होगा भव्य आयोजन
हरिद्वार के जयराम आश्रम में नौ और 10 जुलाई को देश के मंचीय कवियों की राष्ट्रीय संस्था कविसम्मेलन समिति का तीसरा वार्षिक अधिवेशन होेगा। कविसम्मेलन समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व मीडिया प्रभारी हास्यकवि सर्वेश अस्थाना ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि इस अधिवेशन में कवियों से संबंधित प्रस्ताव रखे जाएंगे।
अधिवेशन में ‘मंचों के बदलते स्वरूप और कविता’ पर तो चर्चा होगी ही साथ ही मंच के कवियों को सरकारी सहूलियतों के विषय में भी चर्चा होगी। देश में साहित्यकारों को सम्मान व साहित्य के महत्व को दृष्टिगत रखते हुए प्रत्येक राज्य में “साहित्यकार पुरम” की स्थापना के बारे में भी विचार विमर्श होगा।
अधिवेशन में मुख्य अतिथि के रुप में वरिष्ठ साहित्यकार वेद प्रताप वैदिक शिरकत करेंगे। साथ ही सुरेन्द्र शर्मा, अशोक चक्रधर, हरिओम पवार, मधुप पाण्डेय, विष्णु सक्सेना, सहित देश के 100 से भी अधिक कवि कवयित्रियाँ इस अधिवेशन में आएंगे।
आपको बता दें कि हास्यकवि अरुण जेमिनी की अध्यक्षता में तीन साल पहले इस समिति का गठन हुआ था। आगरा के रमेश मुस्कान सचिव, शशांक प्रभाकर कोषाध्यक्ष तथा दिल्ली के चिराग जैन इस समिति के सहसचिव हैं।
इस समिति में देश के सभी राज्यों के कवि साहित्यकार बड़ी संख्या में सदस्य हैं। इस दो दिवसीय अधिवेशन में तीन चर्चा सत्रों के अतिरिक्त काव्यपाठ भी होगा। इसके सफल आयोजन के लिए अलग अलग कई उप समितियों का गठन किया गया है।