देश में अगले सीजन के लिए बची रहेगी 22 लाख गांठ रूई : सीएआई
नई दिल्ली, 2 जुलाई (आईएएनएस)| कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएआई) ने सोमवार को कहा कि अगले सीजन के लिए देश में 22 लाख गांठ (170 किलो प्रति गांठ) रूई बची रहेगी। सीएआई ने हालांकि अपने संशोधित तुलन पत्र में 2017-18 में रूई का उत्पादन बिना किसी परिवर्तन के 365 लाख गांठ रहने का आकलन किया है। कॉटन उद्योग के शीर्ष संगठन के अनुसार, भारत में एक अक्टूबर से शुरू होने वाले कपास उत्पादन व विपणन वर्ष 2017-18 के आखिर में 30 सितंबर को 22 लाख गांठ रूई बची रहेगी। सीएआई ने चालू सीजन में रूई की आपूर्ति 416 लाख गांठ रहने का अनुमान जारी किया, जिसमें 36 लाख गांठ पिछले साल का बचा हुआ स्टॉक, 365 लाख गांठ उत्पादन, बाकी आयात शामिल है।
वहीं, घरेलू खपत 324 लाख गांठ और निर्यात 70 लाख गांठ रहने की उम्मीद है। इस प्रकार कुल मांग 394 लाख गांठ रहेगी।
सीएआई ने हालिया रपट में पिछले साल का स्टॉक 30 लाख गांठ से बढ़ाकर 36 लाख गांठ कर दिया है। इस प्रकार कपास वर्ष 2017-18 (अक्टूबर-सितंबर) के अंत में बचे हुए स्टॉक का अनुमान 16 लाख गांठ से बढ़कर 22 लाख गांठ हो गया है।