भारत ने पाकिस्तान को ग्रे-सूची में डाले जाने का स्वागत किया
नई दिल्ली, 30 जून (आईएएनएस)| भारत ने शनिवार को वित्तीय कार्रवाई कार्यदल (एफएटीएफ) द्वारा पाकिस्तान को अपनी जमीन पर आतंकी वित्तपोषण रोकने में विफल रहने खातिर ‘ग्रे सूची’ में डालने के कदम का स्वागत किया है। एफएटीएफ एक अंतर-सरकारी संस्था है जो धन शोधन और आतंकी वित्तपोषण समेत अन्य चीजों से मुकाबला करती है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने एक सवाल के जवाब में कहा, भारत, पाकिस्तान को वित्तीय कार्रवाई कार्यदल द्वारा अपने अनुपालन दस्तावेज (ग्रे-सूची) आईसीआरजी (अंतर्राष्ट्रीय सहयोग समीक्षा समूह) निगरानी सूची में शुमार करने के फैसले का स्वागत करता है।
कुमार ने कहा, आतंक वित्तपोषण और एंटी मनी लॉन्ड्रिंग से मुकाबले के लिए एफएटीएफ मानकों को लागू करने से संबंधित वैश्विक चिंताओं को हल करने के लिए पाकिस्तान ने उच्चस्तरीय राजनीतिक प्रदिबद्धता दी थी। इसमें विशेषकर संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित आतंकवादी संस्थाओं और व्यक्तियों के संबंध का भी जिक्र था।
उन्होंने कहा, हाफिज सईद जैसे नामी आतंकी की आजादी व दंडमुक्ति और जमात उद दावा, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों द्वारा पाकिस्तान में संचालन इन प्रतिबद्धताओं से बिल्कुल मेल नहीं खाते।
पाकिस्तान को ग्र-सूची में रखने का फैसला फरवरी में ही लिया गया था, लेकिन देश को मुद्दे से मुकाबला करने का मौका जून तक दे दिया गया था।
कुमार ने शनिवार को अपने बयान में कहा कि भारत आशा करता है कि एफएटीएफ कार्य योजना का समयबद्ध तरीके से पालन किया जाएगा और पाकिस्तान द्वारा नियंत्रित किसी भी क्षेत्र से उत्पन्न आतंकवाद से संबंधित वैश्विक चिंताओं को हल करने के लिए विश्वसनीय उपाय किए जाएंगे।