मुंबई : घाटकोपर इलाके में निजी विमान दुर्घटनाग्रस्त, 5 मरे, जांच के आदेश
मुंबई, 28 जून (आईएएनएस)| पूर्वोत्तर मुंबई के घनी आबादी वाले उपनगर घाटकोपर में गुरुवार को गुटखा व्यापारी दीपक कोठारी के एक छोटे विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से एक गर्भवती इंजीनियर और एक राहगीर सहित कुल पांच लोगों की मौत हो गई तथा तीन अन्य लोग घायल हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि विमान को उत्तर पूर्व मुंबई में गुजराती आबादी वाले उपनगर में जीवदया लेन इलाके में तेजी से गिरते देखा गया। विमान में तेज विस्फोट के साथ आग लग गई। यह दुर्घटना अपराह्न् लगभग 1.15 बजे हुई। विमान में दो पॉयलट व कई इंजीनियर सवार थे, जिनमें एक महिला पायलट तथा एक महिला इंजीनियर थी। यह विमान यूवाई एविएशन प्राइवेट लिमिटेड (यूवाईएपीएल) कंपनी का था।
मुंबई की गुटखा कंपनी के मालिक कोठारी को पान पराग गुटखा के लिए जाना जाता है।
यूवाईएपीएल ने एक बयान में कहा कि मृतकों की पहचान कैप्टन प्रदीप राजपूत तथा कैप्टन मारिया जुबेरी के रूप में हुई है। जहां प्रदीप को 5,000 किलोमीटर से ज्यादा विमान उड़ाने का अनुभव था, वहीं मारिया औपचारिक रूप से जेट एयरवेज के साथ अनुबंधित थीं।
विमान पर सवार अन्य लोगों में विमान संरक्षण अधिकारी सुरभि दो माह की गर्भवती थीं, और उनके सहकर्मी विमान जूनियर इंजिनियर मनीष पांडे शामिल थे। दोनों इंडामेर एविएशन प्राइवेट लिमिटेड (आईएपीएल) के कर्मी थे।
कंपनी ने कहा कि आईएपीएल के संरक्षण वाला विमान दुर्घटना के समय एक घंटे के परीक्षण उड़ान के बाद जुहू हवाईअड्डे पर उतरने वाला था। इसे हाल ही में नियमित संचालन के लिए तैयार किया गया था।
विमान कई हिस्सों में टूट गया और एक टुकड़ा करीब 50 मीटर की दूरी से बरामद किया गया, जबकि विमान के कुछ अन्य जलते हुए हिस्से एक निर्माणाधीन इमारत के परिसर में गिरे। दमकल विभाग ने आग पर आधा घंटे में काबू पा लिया।
इसके बाद शाम को मृतका मारिया के पति और उनके वकील प्रभस्त कथूरिया ने कहा कि उनकी पत्नी कैप्टन मारिया ने कंपनी को चेतावनी दी थी कि परीक्षण उड़ान के लिए यह मौसम अनुकूल नहीं है, लेकिन उनकी सलाह को नजरंदाज करते हुए विमान उड़ाया गया। उन्होंने मामले की जांच की मांग की।
विमान का महत्वपूर्ण उड़ान डेटा रिकॉर्डर या ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया है।
घटनास्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले प्रत्यक्षदर्शियों में से एक ने कहा कि दुर्घटनास्थल के पास से गुजरने वाला एक राहगीर गोविंद पंडित विमान से गिरते जलते ईंधन की चपेट में आ गया।
दुर्घटना के कारणों का पता नहीं चल सका है। यह दुर्घटना एक निर्माणाधीन इमारत जागृति अपार्टमेंट्स के परिसर में हुई।
परिसर में आमतौर पर चार दर्जन मजदूर काम करते हैं, लेकिन विमान के गिरने के दौरान मजदूर दोपहर का खाना खाने गए थे। विमान के गिरने के स्थान पर एक गड्ढा बन गया है।
विमानन विशेषज्ञ और एक्जक्यूटिव एयरवेज के प्रबंध निदेशक प्रदीप थम्पी ने कहा कि विमान 26 साल पुराना किंग एयर सी-90 था। इस विमान को मुंबई की निजी कंपनी यूवाई एविएशन प्राइवेट लिमिटेड द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार से दो वर्ष पहले खरीदा गया था।
थम्पी ने आईएएनएस से कहा, इसका कॉल साइन वीटी-यूपीजेड था और यह नियमित परीक्षण उड़ान पर था। इस हादसे में पॉयलट, सह पॉयलट व दो इंजीनियरों की मौत हुई है। हम तत्काल इस दुर्घटना के कारणों के बारे में नहीं बता सकते।
उत्तर प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि मुंबई स्थित यूवाई एविएशन प्राइवेट लिमिटेड ने कुछ साल पहले विमान को खरीदा था।
केंद्रीय उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने हादसे पर ‘गहरा दुख’ प्रकट किया है और मंत्रालय के संबंधित अधिकारियों को फौरन दुर्घटनास्थल पर पहुंचने व सभी संभव मदद प्रदान करने निर्देश दिया है। सुरेश प्रभु मुंबई से हैं।
प्रभु ने कहा कि उन्होंने नागरिक उड्डयन महानिदेशक को दुर्घटना की जांच करने का आदेश दिया है और प्रारंभिक जांच के लिए एक दल दुर्घटनास्थल के लिए रवाना हो चुका है। ‘विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो’ मामले की विस्तृत जांच करेगा।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, पुलिस आयुक्त दत्ता पदसल्गीकर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद किरीट सोमैया, कांग्रेस विधायक नसीम खान और अन्य लोगों ने घटनास्थल तथा घायलों का उपचार कर रहे अस्पताल का दौरा किया।
खान ने इसकी जांच कराने की मांग की है कि एक छोटे विमान ने कैसे देश के सबसे व्यस्त छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर ‘फनल वे’ पाने में कामयाब हो गया, जहां वाणिज्यिक उड़ानें लगातार उड़ती और उतरती रहती हैं।
इस दौरान राजावाड़ी अस्पताल में भर्ती तीन स्थानीय घायलों- लवकुश कुमार (21), नरेश कुमार निषाद (24) और प्रशांत महाकाल (23) -की हालत स्थिर बताई जा रही है।
यूवाईएपीएल ने कहा कि उनकी टीम घटनास्थल पर है तथा वे डीजीसीए, पुलिस और मृतकों के परिजनों के संपर्क में हैं।